Ek Khiladi Ki Kuch Yaadein | Class 8 Hindi

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एक खिलाड़ी की कुछ यादें - केशवदत्त


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एक खिलाड़ी की कुछ यादें पाठ का सारांश 

प्रस्तुत पाठ  एक खिलाड़ी की कुछ यादें लेखक केशवदत्त जी के द्वारा लिखित है। यह पाठ केशवदत्त जी का संस्मरण है, जिसमें उन्होंने अपनी 60 साल पुरानी यादों का ज़िक्र किया है | जब हमारा देश आजाद हुआ था और भारत पाकिस्तान के बीच धर्म के नाम पर दंगे फसाद हो रहे थे। केशव दत्त 60 साल पुरानी बातों को याद करते हैं।लाहौर को याद करते हैं, तब वो स्कूल में बैडमिंटन के चैंपियन थे, लेकिन एक दिन ध्यान चंद को स्कूल ग्राउंड में हॉकी खलते देखा तो केशवदत्त भी हॉकी खेलने के लिये आकर्षित हो गए। और देश के लिए हॉकी खेलते थे। लेकिन सन् 1948 के दंगे में उन्हें भी लाहौर से भागना पड़ा और मुंबई के कैंप में जाकर रुके | उस वक़्त पूरे टीम वाले दुःखी थे |  किसी के पास रिहर्सल और खेलने के लिए अवसर नहीं था, खेल से ज्यादा सब का दिमाग दंगे में रहता था | 

उनको खेलने के लिए लंदन जाना हुआ, वहाँ भी विश्व युद्व के बाद शहर सम्भल नहीं सका था। सारे जगह गोलियों
Ek Khiladi Ki Kuch Yaadein | Class 8 Hindi
एक खिलाड़ी की कुछ यादें
और चोट के निशान थे। लेकिन वह ओलंपिक मैच ड्रा हो गया। भारत और पाकिस्तान अलग-अलग हॉफ में थे। सब को यही लग रहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच ही फाइनल का मुकाबला होगा। सेमी फाइनल में भारत का हॉलैण्ड और पाकिस्तान का इंग्लैंड के साथ मुकाबला हुआ । वेंबली स्टेडियम में जहाँ फुटबॉल का मैच होता है वहाँ मुकाबला हुआ। और बारिश भी होने लगी लेकिन भारत हॉलैंड से 2-1से जीत गया। वहीं पाकिस्तान इंग्लैंड से हार गया। अब फाइनल मैच भारत-इंग्लैंड के बीच हुआ। वहाँ इंग्लैंड की महारानी भी मौजूद थी। भारत ने 4-0 से जीत दर्ज की । सभी भारतीय खिलाड़ी की आँखो में आँसू आ गया | आखिर इंग्लैंड को उनके घर में हराकर धूल चटाई थी। सब बहुत खुश हुए। पहली बार विदेश में भारत का राष्ट्रगान जन-गण-मन गूँज रहा था। सभी को बहुत गर्व था कि वे इंग्लैंड में जीत हासिल किये थे। आज़ाद भारत अगर चाहे तो कुछ भी कर सकता है। परन्तु केशवदत्त जी अफसोस व्यक्त करते हुए कहते हैं कि अब हॉकी का स्तर गिर चुका है। और हॉकी का ही नहीं टीम में खेले जाने वाले सारे खेल की हालत ख़राब है। व्यक्तिगत खेल में काफी सफलता मिली है, जैसे विश्वनाथन आनंद, सानिया मिर्जा इन्होंने खुद के साहस और मेहनत से सफलता हासिल की, कोई सिस्टम इनके लिए काम नहीं आया। केशवदत्त जी कहते हैं कि सिस्टम खराब है, उसे ठीक करना होगा सुधार की आवश्यकता है। सभी खेल के लिए जरूरी सुविधाओं का साधन देना आवश्यक है। 


अंग्रेजों के शासन काल में एक बात तो अच्छी थी। उनके स्कूल में पढ़ने के साथ-साथ खेल-कूद को भी विशेष महत्व दिया जाता था। मैदान और जरुरी सुविधाएं हुआ करती थी। अब तो आबादी बढ़ने के कारण मैदान समाप्त हो चुके हैं। लेखक कहते हैं कि हमें खेल में तररकी करनी चाहिए। सिर्फ कोच से कुछ नहीं होता, खिलाड़ियों में साहस और जज्बा होना जरूरी है। उनका कहना है की जिस खेल से हम आगे आए, जिससे हमें पहचान मिली, आज वह पिछड़ गया है | उसे आगे लाने की आवश्यकता है। इस प्रकार से केशवदत्त जी इस पाठ में अपनी 60 साल पुरानी यादों को याद करके बताते हैं और हमे खेल में आगे बढ़ने का संदेश देते हैं...||  

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एक खिलाड़ी की कुछ यादें पाठ के प्रश्न उत्तर


प्रश्न-1 लेखक बैडमिंटन चैंपियन था। उसे हॉकी खेलने की प्रेरणा किससे और कैसे मिली ? 

उत्तर- लेखक बैडमिंटन चैंपियन था। उसे हॉकी खेलने की प्रेरणा स्कूल ग्राउंड में हॉकी खेल रहे ध्यान चंद से मिली | 

प्रश्न-2 इंग्लैंड से मैच जीतने के बाद सबकी आँखों में आँसू क्यों थे ?       

उत्तर- इंग्लैंड से मैच जीतने के बाद सबकी आँख में आँसू थे, क्योंकि वहाँ इंग्लैंड की महारानी भी मौजूद थी। जिन्होंने हमें गुलाम बनाकर हमारे देश में राज किया था। और भारत ने उन्हीं के घर में उन्हें हराकर जीत हासिल की इस बात से सभी के आँख नम हो गए थे। यहाँ पहली बार विश्वस्तर पर जन-गण-मन गूँज रहा था। सभी को बहुत गर्व महसूस हो रहा था। 

प्रश्न-3 ‘खिलाड़ियों में जज़्बा ज़रूरी है।’ लेखक ने किस जज़्बे की बात की है ? यह जज़्बा क्यों ज़रूरी है ? 

उत्तर- ‘खिलाड़ियों में जज़्बा ज़रूरी है' , लेखक ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि केवल दूसरों के बोलने या सिखाने पर खेल खेला नहीं जा सकता। खुद में आत्मविश्वास, जोश और जुनून होना चाहिए, तभी वह खिलाड़ी जीत हासिल करेगा | 

प्रश्न-4 “60 साल की बात करने से पहले मैं कुछ साल और पीछे जाना चाहता हूँ। लाहौर को याद करना चाहता हूँ |”
ऊपर के वाक्यों को पढ़ो और बताओ कि --- 

(क) लेखक 60 साल की बात करने के लिए क्या करना चाहता है ? 

उत्तर- 
लेखक 60 साल की बात करने के लिए कुछ साल पीछे जाना चाहता है | 


प्रश्न-5 नीचे कुछ खेलों के नाम दिए गए हैं | इन्हें खेलने के लिए किन-किन चीज़ों की ज़रूरत होती है, उसकी सूची बनाओ | 

उत्तर- सूची बनाओ - 
(क) हॉकी --- हॉकी स्टिक, बॉल, दो टीम एक-एक टीम में नौ-नौ खिलाड़ी, मैदान आदि | 
(ख) क्रिकेट --- बैट, बॉल, तीन स्टिक और उनपर रखी गिल्ली, मैदान, आदि | 
(ग) लॉन टेनिस --- नेट, टेनिस रैकेट, किरमिच,टेनिस प्ले ग्रांऊड आदि | 
(घ) तैराकी ---  स्वीमिंग ड्रेस, स्वीमिंग पुल और उसमें पानी आदि | 
(ङ) तीरंदाज़ी ---  धनुष, तीर, आदि | 
(च) कबड्डी - मैदान  | 


प्रश्न-6 खेलों पर बनी कुछ फ़िल्मों के बारे में पता लगाओ। उनमें से कुछ फ़िल्मों के नामों और उनमें दर्शाए गए खेलों के नामों को साथ मिलाकर एक सूची बनाओ। 

उत्तर- 
खेलों के नामों को साथ मिलाकर एक सूची बनाओ -
• एम. एस. धोनी -- क्रिकेट 
• सुल्तान - बॉक्सिंग 
• लगान -- क्रिकेट
• चक दे इंडिया -- हॉकी
• दंगल - बॉक्सिंग 
• गोल -- फुटबॉल
• काये पो छे -- क्रिकेट


प्रश्न-7 कुछ खेल कुछ खास जगहों में ही खेले जा सकते हैं और कुछ खेल प्रचलन के कारण कुछ खास लोगों द्वारा ही खास स्थानों पर खेले जाते हैं। बताओ कि --- 

(क) कौन-से खेल अंदर खेले जाते हैं ? 

उत्तर- कैरम, टेबिल टेनिस, बैडमिंटन, शतंरज ,लूडो आदि | 

(ख) कौन-से खेल बाहर खेले जाते हैं ? 

उत्तर- 
क्रिकेट, हॉकी, लान टेनिस, फुटबॉल, बास्केट बॉल, कबड्डी, दौड़ आदि | 

(ग) कौन-से खेल अकेले खेले जाते हैं ? 

उत्तर- 
तैराकी, भार उठाना, मलखम्म, कम्प्यूटर गेम रेश आदि | 

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एक खिलाड़ी की कुछ यादें पाठ से संबंधित शब्दार्थ 


• असर - प्रभाव
• हालात - स्थिती
• ट्रैजडी - दुःखद घटना
• लम्हा - क्षण, पल
• सिस्टम - व्यवस्था
• कोचिंग - प्रशिक्षण, शिक्षण देना
• जज्बा - भाव जोश
• शुटिंग - निशानेबाजी | 


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