बच्चे काम पर जा रहे हैं - राजेश जोशी

SHARE:

बच्चे काम पर जा रहे हैं - राजेश जोशी बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता की मूल संवेदना बच्चे काम पर जा रहे हैं की व्याख्या बच्चे काम पर जा रहे हैं Class 9 बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता का उद्देश्य क्या है बच्चे काम पर जा रहे हैं व्याख्या बच्चे काम पर जा रहे हैं पाठ योजना बच्चे काम पर जा रहे हैं निबंध बच्चे काम पर जा रहे हैं bacche kam per ja rahe hain kavita ka kya uddeshy hai class 9 hindi chapter 17 solutions bacche kaam par ja rahe hain extra questions suvidha aur manoranjan ke upkaran se bacche vanchit kyon hai bacche kahan par ja rahe hain bache kam par ja rahe hain line by line explanation bache kam par ja rahe hai essay in hindi bacche kaam par ja rahe hain poem bacche kaam par ja rahe hain pdf Bachche Kam par Ja rahe hain Explanation Q ans Class 9 Kshitij Class 9 Hindi Chapter 17 बच्चे काम पर जा रहे हैं बच्चे काम पर जा रहे है Bachche Kam par Ja rahe hain Hindi class 9 Bachche Kam par Ja rahe hain Question Answer बच्चे काम पर जा रहे है Class 9 Kshitij बच्चे काम पर जा रहे हैं Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hai Class 9 HINDI Kshitij Class 9 Hindi Bache Kaam Par Ja Rahe Hai Questions and Answers CBSE NCERT Class 9 Hindi |Bache Kaam Par Ja Rahe Hai बच्चे काम पर जा रहे हैं Poetry Introduction CBSE NCERT Bacche Kam Par Jaa Rahe hai |बच्चे काम पर जा रहे हैं| Class 9 Hindi Kshitij Chapter 17 Explanation सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं हस्बमामूल का अर्थ

बच्चे काम पर जा रहे हैं - राजेश जोशी


बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता की मूल संवेदना बच्चे काम पर जा रहे हैं की व्याख्या बच्चे काम पर जा रहे हैं Class 9 बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता का उद्देश्य क्या है बच्चे काम पर जा रहे हैं व्याख्या बच्चे काम पर जा रहे हैं पाठ योजना बच्चे काम पर जा रहे हैं निबंध बच्चे काम पर जा रहे हैं bacche kam per ja rahe hain kavita ka kya uddeshy hai class 9 hindi chapter 17 solutions bacche kaam par ja rahe hain extra questions suvidha aur manoranjan ke upkaran se bacche vanchit kyon hai bacche kahan par ja rahe hain bache kam par ja rahe hain line by line explanation bache kam par ja rahe hai essay in hindi bacche kaam par ja rahe hain poem bacche kaam par ja rahe hain pdf Bachche Kam par Ja rahe hain Explanation Q ans Class 9 Kshitij Class 9 Hindi Chapter 17 बच्चे काम पर जा रहे हैं बच्चे काम पर जा रहे है Bachche Kam par Ja rahe hain  Hindi class 9 Bachche Kam par Ja rahe hain Question Answer बच्चे काम पर जा रहे है Class 9 Kshitij बच्चे काम पर जा रहे हैं Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hai  Class 9  HINDI Kshitij Class 9 Hindi  Bache Kaam Par Ja Rahe Hai  Questions and Answers CBSE NCERT Class 9 Hindi |Bache Kaam Par Ja Rahe Hai बच्चे काम पर जा रहे हैं Poetry Introduction  CBSE NCERT  Bacche Kam Par Jaa Rahe hai |बच्चे काम पर जा रहे हैं Class 9 Hindi Kshitij Chapter 17 Explanation सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं हस्बमामूल का अर्थ



बच्चे काम पर जा रहे हैं की व्याख्या भावार्थ 


कोहरे से ढँकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं
सुबह सुबह
बच्चे काम पर जा रहे हैं
हमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है यह
भयानक है इसे विवरण की तरह लिखा जाना
लिखा जाना चाहिए इसे सवाल की तरह
काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे ?

भावार्थ - प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि राजेश जोशी जी के द्वारा रचित कविता बच्चे काम पर जा रहे हैं से उद्धृत हैं | इन पंक्तियों के माध्यम से कवि जोशी जी के द्वारा बाल-श्रम के ज्वलंत मुद्दे पर बल देने का प्रयास किया गया है | कवि कहते हैं कि सुबह-सुबह सड़कों पर कोहरे छाए हुए हैं और बच्चे अपनी दीनता का बोझ कंधों पर लेकर अपने-अपने घरों से निकल पड़े हैं काम करने के लिए | अर्थात्, इन बच्चों का बचपन ही छीन गया | खेलने-कूदने तथा पढ़ने-लिखने के समय में बच्चे काम करने को मजबूर हैं | ताकि दो रोटी की व्यवस्था करके पेट की आग बुझाया जा सके | आगे कवि कहते हैं कि मासूम बच्चों का खेलना-कूदना, पढ़ना-लिखना सब छूट गया है और वे काम पर जा रहे हैं..., ये हमारे लिए सबसे शर्मनाक और भयानक बात है | बच्चे काम पर जा रहे हैं..., ये विवरण की तरह लिखना ही काफी नहीं है | बल्कि समाज की अन्यायपूर्ण व्यवस्था से ये प्रश्न पूछना चाहिए कि -- आखिर बच्चे काम पर क्यूँ जा रहे हैं ? क्यूँ उनका मासूम बचपन काम की भट्टी में झोंका जा रहा है ? 

(2)- क्या अंतरिक्ष में गिर गई हैं सारी गेंदें
क्या दीमकों ने खा लिया है
सारी रंग बिरंगी किताबों को
क्या काले पहाड़ के निचे दब गए हैं सारे खिलौने
क्या किसी भूकंप में ढह गई हैं
सारे मदरसों की इमारतें
क्या सारे मैदान, सारे बगीचे और घरों के आँगन
खत्म हो गए हैं एकाएक

भावार्थ - प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि राजेश जोशी जी के द्वारा रचित कविता बच्चे काम पर जा रहे हैं से उद्धृत हैं |
राजेश जोशी
राजेश जोशी
कवि राजेश जोशी जी मासूम बच्चों की दुर्दशा पर बहुत दुखी हैं | बच्चों को लेकर वे अनेक प्रश्नों से भरे हुए हैं | वे बच्चों के काम करने पर आपत्ति जताते हुए सवाल पूछ रहे हैं कि --- क्या बच्चों के खेलने वाली गेंदों को अंतरिक्ष निगल गया है ? क्या बच्चों के किताबों को दीमकों ने अपना खुराक बना लिया है ? या फिर बच्चों के सारे खिलौने काले पहाड़ के नीचे आकर दब गए हैं ? क्या ये बच्चे जिन मदरसों या विद्यालयों में बैठकर शिक्षा हासिल किया करते थे, उन मदरसों की इमारतें धवस्त हो गई हैं ? या फिर वे सारे मैदान, बगीचे और घरों के आँगन खत्म हो गए हैं, जहाँ बच्चे खेला व टहला करते थे | कवि राजेश जोशी जी के द्वारा उक्त पंक्तियों और प्रश्नों में बेहद मार्मिक और बच्चों के प्रति सहानुभूति के भाव प्रस्फुटित हुए हैं | उन्हें बच्चों का काम पर जाना बिल्कुल गैरकानूनी लग रहा है तथा वे बच्चों को उनके अधिकार दिलाने का हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं | 

(3)- तो फिर बचा ही क्या है इस दुनिया में ?
कितना भयानक होता अगर ऐसा होता
भयानक है लेकिन इससे भी ज़्यादा यह
कि हैं सारी चींजे हस्बमामूल
पर दुनिया की हज़ारों सड़कों से गुजरते हुए
बच्चे, बहुत छोटे छोटे बच्चे
काम पर जा रहे हैं।

भावार्थ - प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि राजेश जोशी जी के द्वारा रचित कविता बच्चे काम पर जा रहे हैं से उद्धृत हैं | कवि कहते हैं कि यदि बच्चों के खेलने-कूदने, पढ़ने-लिखने की सारी चीजें सचमुच नष्ट हो गई हैं, तो फिर बचा ही क्या है इस दुनिया में ? ये तो बहुत भयानक है | तत्पश्चात्, कवि कहते हैं कि इससे भी भयानक तो तब हो जाती है, जब बच्चों के खेलने-कूदने, पढ़ने-लिखने की सारी चीजें यथावत् रहती हैं, फिर भी कुछ बच्चे इन चीजों से दरकिनार नजर आते हैं | ऐसे बच्चों को देखकर कवि हताश और निराश हो जाते हैं | कवि सोचते हैं कि बच्चों के आनंद और पढ़ाई की सारी चीजें मौजूद रहने पर भी उन्हें दुनिया की हज़ारों सड़कों से गुज़रते हुए अपने-अपने काम पर जाना पड़ रहा है | वे काम पर न भी जाना चाहें, तो उनकी विवशता उन्हें जबर्दस्ती ले जा रही है | 

बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता का सारांश

प्रस्तुत पाठ या कविता बच्चे काम पर जा रहे हैं कवि राजेश जोशी जी के द्वारा रचित है | इस कविता के माध्यम से कवि राजेश जोशी जी के द्वारा बच्चों से बचपन छीन लिए जाने की जो आन्तरिक पीड़ा है, उसे व्यक्त की गई है | कवि ने सामाज की उस अन्यायपूर्ण व्यवस्था की ओर संकेत किया है, जिसमें कुछ बच्चे खेल, शिक्षा और जीवन के आनंदित उमंगों से वंचित हो जाते हैं | कवि बच्चों को काम पर जाते देख दुःख से भर जाते हैं | वे अफसोस जताते हुए कहते हैं कि बच्चे खेलने-कूदने और पढ़ने-लिखने के दिन में काम करने को विवश हैं | अत: कवि अपनी इस कविता के माध्यम से समाज में जागरूकता लाकर बच्चों के मासूम  बचपन को सुरक्षा प्रदान करना चाहते हैं | ताकि बच्चे अपने नैसर्गिक स्वभाव का आनंद ले पाए | 


बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता के प्रश्न उत्तर


प्रश्न-1 कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रूप में पूछा जाना चाहिए कि 'काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे ?' कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रूप में क्यों पूछा जाना चाहिए ?

उत्तर- आज बाल-श्रम का व्यापक पैमाने पर फैलना, कहीं न कहीं समाज की लापरवाही को उजागर करती है | समाज की सोई हुई अन्यायपूर्ण व्यवस्था को जागरूक करने और बाल-श्रमिकों की दुर्दशा को सुधारने के लिए कवि ने बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रूप में पूछे जाने पर बल दिया है | 

प्रश्न-2 सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं ?

उत्तर- आर्थिक संकट और मजबूरी के कारण माँ-बाप या कई घर वाले अपने बच्चों को पढ़ाने में सक्षम नहीं हो पाते हैं | फलस्वरूप, उनके बच्चे स्कूल तक नहीं पहुँच पाते हैं | गरीब बच्चों को अपने माँ-बाप का हाथ भी बटाना पड़ता है | साथ ही साथ सामाजिक व्यवस्था भी सही न होने के कारण गरीब बच्चों को अन्य बच्चों की तुलना में हर सुख-सुविधाओं से वंचित होना पड़ता है | इसलिए कवि ने कहा है कि 
सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित  हैं | 

प्रश्न- बच्चों का काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है ? 

उत्तर- हमारी आने वाली पीढ़ियाँ ही देश और समाज के भावी भविष्य होते हैं | अर्थात् बच्चे ही देश के कर्णधार हुआ करते हैं | यदि बच्चे ही निरक्षर रहेंगे, तो देश का भविष्य अंधकारपूर्ण हो जाएगा | अर्थात् देश को तरक्की की राह ले जाने वाली पीढ़ियाँ ही शिक्षा से वंचित रहेंगी, तो देश में अपराधियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होना निश्चित हो जाएगा | इसलिए बच्चों का काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान है | 

प्रश्न-4 आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों नहीं भेजा जाना चाहिए ? उन्हें क्या करने के मौके मिलने चाहिए ? 

उत्तर- बच्चे यानी आने वाली पीढ़ियों के कंधों पर देश का भविष्य निर्भर करता है | बच्चे कच्चे घड़े के समान होते हैं, जिन्हें जिस दिशा में ढाल दिया जाए, वे वैसा ही बन जाते हैं और निरक्षर बच्चे आगे चलकर गलत रास्ता चुन लेते हैं, जो तरह-तरह के अपराध में संलिप्त हो जाते हैं | इसलिए मेरे विचार से बच्चों को काम पर नहीं भेजना चाहिए | उन्हें उनके शिक्षा के अधिकार से वंचित करना एक अमानवीय अपराध है | यह समाज का महत्वपूर्ण दायित्व है कि वह वंचित बच्चों को संरक्षण दे | शिक्षा और आनंदित वातावरण से वंचित और अशिक्षित बच्चों को जोड़ने का कार्य होना चाहिए | उन्हें पढ़ने-लिखने, खेलने-कूदने का पूरा अवसर प्रदान करना चाहिए | आज बच्चे जितना ज्यादा सशक्त बनेंगे, देश उतना ही ज्यादा मजबूत और सशक्त बनेगा | 

प्रश्न-5 दिन-प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता | इस उदासीनता के क्या कारण हो सकते हैं ?

उत्तर- दिन-प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता | इस उदासीनता के कई कारण हो सकते हैं --- लोग स्वार्थमय और संवेदनहीन जीवन जीने में व्यस्त हैं | समाज में भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत हो गई हैं | लोगों में जागरूकता का अभाव है | कभी-कभी तो लोगों को यह भी नहीं पता होता कि शिक्षा उनका मौलिक अधिकार है और वे परिश्रम करने के बजाय अपने भाग्य को दोष देते रहते हैं | 


बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता के शब्दार्थ 


• इमारत -        भवन 
• कोहरा -        धुंध, कुहासा 
• अंतरिक्ष -      आकाश 
• पंक्ति -          कतार 
• हस्बमामूल -   यथावत 
• एकाएक -     अचानक
• मदरसा -       विद्यालय | 



COMMENTS

Leave a Reply: 2
आपकी मूल्यवान टिप्पणियाँ हमें उत्साह और सबल प्रदान करती हैं, आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है !
टिप्पणी के सामान्य नियम -
१. अपनी टिप्पणी में सभ्य भाषा का प्रयोग करें .
२. किसी की भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी न करें .
३. अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .

नाम

अंग्रेज़ी हिन्दी शब्दकोश,3,अकबर इलाहाबादी,11,अकबर बीरबल के किस्से,62,अज्ञेय,35,अटल बिहारी वाजपेयी,1,अदम गोंडवी,3,अनंतमूर्ति,3,अनौपचारिक पत्र,16,अन्तोन चेख़व,2,अमीर खुसरो,7,अमृत राय,1,अमृतलाल नागर,1,अमृता प्रीतम,5,अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध",6,अली सरदार जाफ़री,3,अष्टछाप,3,असगर वज़ाहत,11,आनंदमठ,4,आरती,11,आर्थिक लेख,7,आषाढ़ का एक दिन,17,इक़बाल,2,इब्ने इंशा,27,इस्मत चुगताई,3,उपेन्द्रनाथ अश्क,1,उर्दू साहित्‍य,179,उर्दू हिंदी शब्दकोश,1,उषा प्रियंवदा,2,एकांकी संचय,7,औपचारिक पत्र,32,कक्षा 10 हिन्दी स्पर्श भाग 2,17,कबीर के दोहे,19,कबीर के पद,1,कबीरदास,15,कमलेश्वर,6,कविता,1412,कहानी लेखन हिंदी,13,कहानी सुनो,2,काका हाथरसी,4,कामायनी,5,काव्य मंजरी,11,काव्यशास्त्र,4,काशीनाथ सिंह,1,कुंज वीथि,12,कुँवर नारायण,1,कुबेरनाथ राय,2,कुर्रतुल-ऐन-हैदर,1,कृष्णा सोबती,2,केदारनाथ अग्रवाल,3,केशवदास,4,कैफ़ी आज़मी,4,क्षेत्रपाल शर्मा,52,खलील जिब्रान,3,ग़ज़ल,138,गजानन माधव "मुक्तिबोध",14,गीतांजलि,1,गोदान,6,गोपाल सिंह नेपाली,1,गोपालदास नीरज,10,गोरख पाण्डेय,3,गोरा,2,घनानंद,2,चन्द्रधर शर्मा गुलेरी,2,चमरासुर उपन्यास,7,चाणक्य नीति,5,चित्र शृंखला,1,चुटकुले जोक्स,15,छायावाद,6,जगदीश्वर चतुर्वेदी,17,जयशंकर प्रसाद,30,जातक कथाएँ,10,जीवन परिचय,72,ज़ेन कहानियाँ,2,जैनेन्द्र कुमार,5,जोश मलीहाबादी,2,ज़ौक़,4,तुलसीदास,25,तेलानीराम के किस्से,7,त्रिलोचन,3,दाग़ देहलवी,5,दादी माँ की कहानियाँ,1,दुष्यंत कुमार,7,देव,1,देवी नागरानी,23,धर्मवीर भारती,6,नज़ीर अकबराबादी,3,नव कहानी,2,नवगीत,1,नागार्जुन,23,नाटक,1,निराला,35,निर्मल वर्मा,2,निर्मला,38,नेत्रा देशपाण्डेय,3,पंचतंत्र की कहानियां,42,पत्र लेखन,174,परशुराम की प्रतीक्षा,3,पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र',4,पाण्डेय बेचन शर्मा,1,पुस्तक समीक्षा,133,प्रयोजनमूलक हिंदी,24,प्रेमचंद,40,प्रेमचंद की कहानियाँ,91,प्रेरक कहानी,16,फणीश्वर नाथ रेणु,4,फ़िराक़ गोरखपुरी,9,फ़ैज़ अहमद फ़ैज़,24,बच्चों की कहानियां,86,बदीउज़्ज़माँ,1,बहादुर शाह ज़फ़र,6,बाल कहानियाँ,14,बाल दिवस,3,बालकृष्ण शर्मा 'नवीन',1,बिहारी,5,बैताल पचीसी,2,बोधिसत्व,7,भक्ति साहित्य,138,भगवतीचरण वर्मा,7,भवानीप्रसाद मिश्र,3,भारतीय कहानियाँ,61,भारतीय व्यंग्य चित्रकार,7,भारतीय शिक्षा का इतिहास,3,भारतेन्दु हरिश्चन्द्र,10,भाषा विज्ञान,13,भीष्म साहनी,7,भैरव प्रसाद गुप्त,2,मंगल ज्ञानानुभाव,22,मजरूह सुल्तानपुरी,1,मधुशाला,7,मनोज सिंह,16,मन्नू भंडारी,5,मलिक मुहम्मद जायसी,4,महादेवी वर्मा,19,महावीरप्रसाद द्विवेदी,2,महीप सिंह,1,महेंद्र भटनागर,73,माखनलाल चतुर्वेदी,3,मिर्ज़ा गालिब,39,मीर तक़ी 'मीर',20,मीरा बाई के पद,22,मुल्ला नसरुद्दीन,6,मुहावरे,4,मैथिलीशरण गुप्त,11,मैला आँचल,4,मोहन राकेश,11,यशपाल,14,रंगराज अयंगर,43,रघुवीर सहाय,5,रणजीत कुमार,29,रवीन्द्रनाथ ठाकुर,22,रसखान,11,रांगेय राघव,2,राजकमल चौधरी,1,राजनीतिक लेख,20,राजभाषा हिंदी,66,राजिन्दर सिंह बेदी,1,राजीव कुमार थेपड़ा,4,रामचंद्र शुक्ल,2,रामधारी सिंह दिनकर,25,रामप्रसाद 'बिस्मिल',1,रामविलास शर्मा,8,राही मासूम रजा,8,राहुल सांकृत्यायन,2,रीतिकाल,3,रैदास,2,लघु कथा,118,लोकगीत,1,वरदान,11,विचार मंथन,60,विज्ञान,1,विदेशी कहानियाँ,33,विद्यापति,6,विविध जानकारी,1,विष्णु प्रभाकर,1,वृंदावनलाल वर्मा,1,वैज्ञानिक लेख,7,शमशेर बहादुर सिंह,5,शमोएल अहमद,5,शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय,1,शरद जोशी,3,शिक्षाशास्त्र,6,शिवमंगल सिंह सुमन,5,शुभकामना,1,शेख चिल्ली की कहानी,1,शैक्षणिक लेख,53,शैलेश मटियानी,2,श्यामसुन्दर दास,1,श्रीकांत वर्मा,1,श्रीलाल शुक्ल,1,संयुक्त राष्ट्र संघ,1,संस्मरण,28,सआदत हसन मंटो,9,सतरंगी बातें,33,सन्देश,39,समसामयिक हिंदी लेख,221,समीक्षा,1,सर्वेश्वरदयाल सक्सेना,19,सारा आकाश,17,साहित्य सागर,22,साहित्यिक लेख,69,साहिर लुधियानवी,5,सिंह और सियार,1,सुदर्शन,3,सुदामा पाण्डेय "धूमिल",9,सुभद्राकुमारी चौहान,7,सुमित्रानंदन पन्त,20,सूरदास,15,सूरदास के पद,21,स्त्री विमर्श,10,हजारी प्रसाद द्विवेदी,2,हरिवंशराय बच्चन,28,हरिशंकर परसाई,24,हिंदी कथाकार,12,हिंदी निबंध,348,हिंदी लेख,504,हिंदी व्यंग्य लेख,3,हिंदी समाचार,164,हिंदीकुंज सहयोग,1,हिन्दी,7,हिन्दी टूल,4,हिन्दी आलोचक,7,हिन्दी कहानी,32,हिन्दी गद्यकार,4,हिन्दी दिवस,85,हिन्दी वर्णमाला,3,हिन्दी व्याकरण,45,हिन्दी संख्याएँ,1,हिन्दी साहित्य,9,हिन्दी साहित्य का इतिहास,21,हिन्दीकुंज विडियो,11,aaroh bhag 2,14,astrology,1,Attaullah Khan,2,baccho ke liye hindi kavita,70,Beauty Tips Hindi,3,bhasha-vigyan,1,Class 10 Hindi Kritika कृतिका Bhag 2,5,Class 11 Hindi Antral NCERT Solution,3,Class 9 Hindi Kshitij क्षितिज भाग 1,17,Class 9 Hindi Sparsh,15,English Grammar in Hindi,3,formal-letter-in-hindi-format,143,Godan by Premchand,6,hindi ebooks,5,Hindi Ekanki,18,hindi essay,340,hindi grammar,52,Hindi Sahitya Ka Itihas,98,hindi stories,656,hindi-gadya-sahitya,2,hindi-kavita-ki-vyakhya,15,ICSE Hindi Gadya Sankalan,11,icse-bhasha-sanchay-8-solutions,18,informal-letter-in-hindi-format,59,jyotish-astrology,14,kavyagat-visheshta,22,Kshitij Bhag 2,10,lok-sabha-in-hindi,18,love-letter-hindi,3,mb,72,motivational books,10,naya raasta icse,9,NCERT Class 10 Hindi Sanchayan संचयन Bhag 2,3,NCERT Class 11 Hindi Aroh आरोह भाग-1,20,ncert class 6 hindi vasant bhag 1,14,NCERT Class 9 Hindi Kritika कृतिका Bhag 1,5,NCERT Hindi Rimjhim Class 2,13,NCERT Rimjhim Class 4,14,ncert rimjhim class 5,19,NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva,12,NCERT Solutions Class 8 Hindi Durva,17,NCERT Solutions for Class 11 Hindi Vitan वितान भाग 1,3,NCERT Solutions for class 12 Humanities Hindi Antral Bhag 2,4,NCERT Solutions Hindi Class 11 Antra Bhag 1,19,NCERT Vasant Bhag 3 For Class 8,12,NCERT/CBSE Class 9 Hindi book Sanchayan,6,Nootan Gunjan Hindi Pathmala Class 8,18,Notifications,5,nutan-gunjan-hindi-pathmala-6-solutions,17,nutan-gunjan-hindi-pathmala-7-solutions,18,political-science-notes-hindi,1,question paper,19,quizzes,8,Rimjhim Class 3,14,Sankshipt Budhcharit,5,Shayari In Hindi,16,sponsored news,10,Syllabus,7,top-classic-hindi-stories,38,UP Board Class 10 Hindi,4,Vasant Bhag - 2 Textbook In Hindi For Class - 7,11,vitaan-hindi-pathmala-8-solutions,16,VITAN BHAG-2,5,vocabulary,19,
ltr
item
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika: बच्चे काम पर जा रहे हैं - राजेश जोशी
बच्चे काम पर जा रहे हैं - राजेश जोशी
बच्चे काम पर जा रहे हैं - राजेश जोशी बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता की मूल संवेदना बच्चे काम पर जा रहे हैं की व्याख्या बच्चे काम पर जा रहे हैं Class 9 बच्चे काम पर जा रहे हैं कविता का उद्देश्य क्या है बच्चे काम पर जा रहे हैं व्याख्या बच्चे काम पर जा रहे हैं पाठ योजना बच्चे काम पर जा रहे हैं निबंध बच्चे काम पर जा रहे हैं bacche kam per ja rahe hain kavita ka kya uddeshy hai class 9 hindi chapter 17 solutions bacche kaam par ja rahe hain extra questions suvidha aur manoranjan ke upkaran se bacche vanchit kyon hai bacche kahan par ja rahe hain bache kam par ja rahe hain line by line explanation bache kam par ja rahe hai essay in hindi bacche kaam par ja rahe hain poem bacche kaam par ja rahe hain pdf Bachche Kam par Ja rahe hain Explanation Q ans Class 9 Kshitij Class 9 Hindi Chapter 17 बच्चे काम पर जा रहे हैं बच्चे काम पर जा रहे है Bachche Kam par Ja rahe hain Hindi class 9 Bachche Kam par Ja rahe hain Question Answer बच्चे काम पर जा रहे है Class 9 Kshitij बच्चे काम पर जा रहे हैं Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hai Class 9 HINDI Kshitij Class 9 Hindi Bache Kaam Par Ja Rahe Hai Questions and Answers CBSE NCERT Class 9 Hindi |Bache Kaam Par Ja Rahe Hai बच्चे काम पर जा रहे हैं Poetry Introduction CBSE NCERT Bacche Kam Par Jaa Rahe hai |बच्चे काम पर जा रहे हैं| Class 9 Hindi Kshitij Chapter 17 Explanation सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं हस्बमामूल का अर्थ
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiPmsDABoeEVMdqWYrlH2n4Iiw8OjIrHpysaksRdY5Vgj3OmFy8ckiId0feTXoNuKiu_4BOi4nzM73OhK1g8uCGVyI426Dxd3dtwXMVasJ3yosfxN_ilKRtZxL1lulMf7kGYAon0v8L49u_/s1600/rajesh+joshi.jpg
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiPmsDABoeEVMdqWYrlH2n4Iiw8OjIrHpysaksRdY5Vgj3OmFy8ckiId0feTXoNuKiu_4BOi4nzM73OhK1g8uCGVyI426Dxd3dtwXMVasJ3yosfxN_ilKRtZxL1lulMf7kGYAon0v8L49u_/s72-c/rajesh+joshi.jpg
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika
https://www.hindikunj.com/2020/08/bacche-kam-par-ja-rahe-hain.html
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/2020/08/bacche-kam-par-ja-rahe-hain.html
true
6755820785026826471
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy बिषय - तालिका