शराबी लड़कियां | हिंदी लघु कथा

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शराबी लड़कियां हिंदी लघु कथा प्राध्यापक आपस में चर्चा करते हैं कि इन्होंने अपने-अपने प्रेमियों के साथ शराब पी है। आज लड़के, लड़कियां सभी नशे की लत के श

शराबी

घु महाविद्यालय में अपने कक्ष में बैठा हुआ है। वह अभी-अभी द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को पढ़ा कर अपने कक्ष में आया है। तभी चपरासी रघु के कक्ष में दाखिल होता है। चपरासी - "श्रीमान,प्राचार्य महोदय आपको अपने कक्ष में आपके विद्यार्थियों के 'उपस्थिति पंजी' के साथ बुला रहे हैं।" रघु-"क्या हो गया?" चपरासी-"आपकी कक्षा की कुछ छात्राएं महाविद्यालय में शराब पीती हुई पकड़ी गई हैं।" इतना कहकर चपरासी वहां से चला जाता है। रघु पंजी लेकर प्राचार्य के कक्ष में पहुंच जाता है। वहां पर अन्य प्राध्यापक भी बैठे होते हैं। रघु की कक्षा की तीन लड़कियां वहां बैठी हुई होती हैं। उनमें से एक शराब के नशे में सोफे पर बेसुध बैठी हुई हैं।

शराबी लड़कियां | हिंदी लघु कथा
तीनों में से सिर्फ एक लड़की होश में होती है। एक प्राध्यापक उससे पूछ रही होती है कि तुम लोगों ने कहां शराब पी। तीसरी लड़की - "मैंने नहीं पी रखी है। इन दोनों ने ही पी रखी है। प्राध्यापक दूसरी लड़की से पूछती है। दूसरी लड़की - "हमनें बगल वाले जंगल में पी है।" प्राध्यापक - "शराब कहाँ से खरीदी?" लड़की - "खरीदी नहीं, घर से पापा की चुरा कर लाई थी। ' प्राध्यापक -" तुम लोगों के साथ और कौन था? " लड़कियां एक-दूसरे की तरफ देखने लगती हैं। लड़की-" हम तीनों ही थी। " लड़की -" यह शराब पीकर, सड़क किनारे लेट गई थी। इसलिए हमनें इसके पिता को फोन करके बता दिया।" थोड़ी देर बाद लड़की का पिता पहुंच जाता है। लड़कियों को उनके माता-पिता के साथ घर भेज दिया जाता है। 

प्राध्यापक आपस में चर्चा करते हैं कि इन्होंने अपने-अपने प्रेमियों के साथ शराब पी है। आज लड़के, लड़कियां सभी नशे की लत के शिकार होते जा रहे हैं। रघु वापस अपने कक्ष में आ जाता है। रघु को अपने साथ हुई घटना याद आ जाती है। शाम के समय रघु को एक पुराना दोस्त मिल गया था। दोनों शराब पीते हैं। तब दोस्त रघु को अपने साथ घर ले जाता है। घर पहुंचने पर पता चलता है कि दोस्त की पत्नी ने अपनी सहेलियों के साथ शराब पी रखी है। जब दोस्त उससे खाने के बारे में पूछता है तो पत्नी बोलती है - "आज तुमने खाना बनाना था।" दोस्त चौंक कर अपने सिर पर हाथ रख लेता है। दोनों में यह तय हुआ था कि एक दिन पहला खाना बनाएगा तो दूसरा अपने दोस्तों संग शराब पीएगा। उससे अगले दिन इसका उल्टा करेंगे। आज खाना बनाने की रघु के दोस्त की बारी थी। 

दोस्त बाहर ढाबे से खाना मंगा लेता है। आज यह सिर्फ रघु के दोस्त की ही नहीं बल्कि घर - घर की कहानी है। महाभारत में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कलयुग के बारे में बताते हुए कहा था कि जब कलयुग अपने चर्म पर होगा तो स्त्रियां अपने प्राकृतिक गुणों को छोड़कर और पूरूषों के गुणों को अपनाकर, उनमें भी पुरुषों से प्रतिस्पर्धा कर उन पर हावी होने की कोशिश करेंगी।

- विनय कुमार
सहायक हिन्दी प्रोफेसर
हमीरपुर , हिमाचल प्रदेश

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