भारत में चरित्र निर्माण बहुत कठिन काम है, लूट ठगी कामचोरी में यहाँ बड़ा ही आराम है! येन-केन-प्रकारेण जो पापी धन इकट्ठा करले, वही पिता नालायक संतति
लोकतंत्र में सैकड़ों सांसद हजारों विधायक ढेर वेतनमान है
भारत में चरित्र निर्माण बहुत कठिन काम है,
लूट ठगी कामचोरी में यहाँ बड़ा ही आराम है!
येन-केन-प्रकारेण जो पापी धन इकट्ठा करले,
वही पिता नालायक संतति का चारों धाम है!
यत्र-तत्र सर्वत्र जो लूट खसोट कोहराम मचाए,
वही बाहुबली बेटा माँ-बाप के लिए सुखधाम है!
अपने देश में सरकारी नौकरियाँ वही पसंद की,
जिसमें कदाचार कमीशन घूसखोरी सरेआम है!
अपनी जाति बिरादरी के गुंडे मवाली मिल गए,
फिर तो गुड मॉर्निंग सर,आदाब दुआ सलाम है!
भूल से भी अपना कोई ईमानदार निकल जाए,
तो फिर उनके लिए गालियों की बौछार आम है!
शिक्षा संस्कार से मतलब नहीं दौलत है काफी,
लोकतंत्र में नेता बनकर मूर्ख पाता सम्मान है!
ये लोकतंत्र भी अजब तंत्र है एक चरित्रवान को
सारे चरित्रहीन एकजुट होकर करता बदनाम है!
जनता वोट डालकर पाँच वर्षों तक पंगु हो जाती,
इस बीच राजसंपोषित अपराधी से सब परेशान है!
इस लोकतंत्र से वो राजतंत्र बहुत अच्छा लगता है,
जिसमें आन वान शान दान की महिमा बखान है!
राजतंत्र में धर्मशाला मंदिर विश्वविद्यालय निर्माण
राजधर्म था,अब फीता कटाई, धन कमाई ईमान है!
तक्षशिला नालंदा विक्रमशिला विश्वविद्यालयों जैसा
नमूना विश्व में भारतीय राजतंत्र का गौरव गान है!
अशोक स्तंभ स्तूप,देशी भूप निर्मित अजन्ता एलोरा,
खजुराहो कोणार्क जगन्नाथ लिंगराज आदि शान है!
पचहत्तर वर्षीय लोकतंत्र ने भारत को क्या क्या दिया?
तारकोल की सड़कें पुल,सौ में पचहत्तर घूस बँटान है!
अब सैकड़ो सांसद हजारों विधायक ढेर वेतनमान है!
विश्व के सबसे बड़े भारतीय लोकतंत्र में बड़ा ऐब है
कि अधिकांश नेता विधायक सांसद मंत्री बेईमान है!
लोकतंत्र एक गिरोहबंदी है, सच बोलने पर प्रतिबंध है,
दलगत राजनीति में एक झूठ को सौ बार दोहरान है!
लोकतंत्र में विपक्षी दल सत्तापक्ष से दुश्मनी पालता है
ऐसा कि जनहित में किए काम को करता नुकसान है!
इस दागदार लोकतंत्र में बहुत ही सुधार की जरूरत है,
शिक्षित, बुद्धिमान, चरित्रवान का नहीं ये संविधान है!
बहुत हो चुका अनपढ़ जाहिल दागी मूर्ख अपराधी को
विधायक सांसद मंत्री बनाना, ये देश का अपमान है!
अब भी जागो, विधायक सांसद पात्रता का नियम हो,
स्नातक शिक्षित बने भाग्य विधाता जो प्रतिभावान है!
देशद्रोही को अभिव्यक्ति की आजादी से वंचित करो,
मताधिकार उसे जिसे एक जीवनसाथी तीन संतान है!
भारत बार-बार टूटा धर्म के नाम मजहबी देश बनकर,
भारत धर्म निरपेक्ष रहा, जो फिर टूटने का इंतजाम है!
पूरी दुनिया में इस्लाम के नाम बहुत सा मुल्क बना है,
मगर एक सौ करोड़ हिन्दू का नहीं कोई हिन्दुस्तान है!
पांच सालों के लिए चुनी गई लोकतांत्रिक सरकार की
हो वार्षिक समीक्षा,तदनुरूप नेतृत्व वापसी समाधान है!
नौकरशाह की तरह गोपनीय चरित्र लेखन व्यवस्था हो,
विधायक सांसद मंत्री के,जैसे सेवा आचरण प्रावधान है!
जन प्रतिनिधि को माननीय कहके महिमामंडन न हो,
किसी वंशवादी साम्प्रदायिक नेता का क्यों गुणगान है?
जब कोई कुछ नहीं कर पाता तभी नेता बन जाता है,
शैक्षणिक योग्यता निर्धारण बिना, नेतागिरी दुकान है!
--विनय कुमार विनायक
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