विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व निबंध | Importance of Discipline in Students Life

SHARE:

विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व निबंध Importance of Discipline in Students Life Vidharthi aur anushashan per hindi nibandh अनुशासन का पालन देश

विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व निबंध लेखन


विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व पर निबंध विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व निबंध इन हिंदी Essay on Importance of Discipline in Students life Vidharthi aur anushashan per hindi nibandh - अनुशासन मनुष्य जीवन तथा सामाजिक जीवन की रीढ़ है। चाहे कोई व्यक्ति हो या समाज या फिर राष्ट्र ,वह तभी उन्नति कर सकता है ,जब वह अनुशासित हो। विद्यार्थी देश के भावी नागरिक ,नेता तथा कर्णधार होता है। अतः अनुशाषित विद्यार्थी देश की सम्यक सेवा कर सकता है। अनुशासित विद्यार्थी आगे चलकर जिस रूप में भी समाज तथा देश की सेवा करेगा ,उसी रूप में दूसरों पर उसका प्रभाव पड़ेगा। 

अनुशासन क्यों जरूरी है ?

विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व निबंध लेखन
विद्यार्थी की पहली पाठशाला उसका घर होता है उसमें भी उसकी माँ पहली गुरु है। अतः मातारुपी पहली गुरु का शिक्षित तथा अनुशासित होना परम आवश्यक है। उसी के कारण घररुपी पाठशाला में अनुशासन रह सकता है। दूसरी पाठशाला उसका विद्यालय होता है। जहाँ रहकर वह अच्छी शिक्षा और चरित्र निर्माण सीखता है। घर में यदि बच्चा अनुशासन तथा नियमों का पालन करना नहीं सीखता है तो विद्यालय में भी वह समस्या बन जाता है। जनसंख्या में असीम वृद्धि के कारण विद्यालयों में भी अनुशासन का वह रूप नहीं रहा ,जो होना चाहिए। छात्रों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि के कारण छात्र -अध्यापक समबन्धों तथा अनुशासन पालन पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ा है।  

अनुशासन का पालन करना सीखें

शिक्षा के स्तर में गिरावट ,अनुशासनहीनता ,चरित्र में गिरावट ,बुरे -बुरे कर्मों में लिप्त रहना ,आराम -पसंद होना ,परिश्रमी वृत्ति का अभाव आदि शिक्षा क्षेत्र की ऐसी कुछ समस्याएँ है ,जिनकी ओर शिक्षा शास्त्रियों ,प्रशासकों तथा समाज शास्त्रियों का विशेष ध्यान जा रहा है। जिस प्रकार समाज में जैसे भी हो ,अर्थ - संचय की वृत्ति बढ़ती जा रही है। उसी प्रकार विद्यार्थीयों में परिश्रम किये बिना उपाधियाँ ,उच्च श्रेणी तथा अंकों का ऊँचा प्रतिशत प्राप्त करने की वृत्ति बढ़ जा रही है। इससे सच्चे एवं योग्य छात्रों में निराशा एवं कुंठा पैदा होती जा रही है। छात्रों में अनुशासन पैदा करने के लिए नियमों में सुधार ,उनका कठोरतापूर्वक पालन तथा परीक्षा पद्धति में सुधार लाने की आवश्यकता है। आज देश के सामने जितनी चुनौतियाँ हैं ,उनमें अनुशासन -पालन  ही सबसे बड़ी चुनौती है। इसे हल करने के लिए सबसे पहले शिक्षण - संस्थानों पर ही ध्यान देना हगा। स्वयं हमारा भी कर्तव्य है कि अपने जीवन रूपी भवन को सुन्दर और सुदृढ़ बनाने के लिए किसी दूसरे की ओर देखें बिना हम अनुशासन का पालन करना सीखें।

COMMENTS

Leave a Reply

You may also like this -

Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy बिषय - तालिका