उठ किसान ओ कविता Class 8 Durva Hindi Uth Kisan O

SHARE:

उठ किसान ओ कविता uth kisan o poem uth kisan o solution uth kisan o question answer Kavita ka arth class 8 hindi chapter 7 ncert त्रिलोचन Durva 8 cbse

उठ किसान ओ / त्रिलोचन



ठ किसान ओ कविता उठ किसान ओ कविता का भावार्थ उठ किसान ओ chapter 7 uth kisan o Ncert Hindi Class 8 Durva bagh 3 ncert hindi class 8 chapter 7 summary class 8 hindi chapter 7 explanation uth kisan o poem uth kisan o kavita Class 8 Hindi Uth Kisan O class 8 hindi chapter 7 ncert Hindi lesson uth kisan o class 8 question answer uth kisan o question answer उठ किसान ओ कविता का भावार्थ ncert science class 8 chapter 7 question answer in hindi Class 8 Hindi Uth Kisan O Uth Kisan O 
               


उठ किसान ओ कविता का भावार्थ व्याख्या


उठ किसान ओ, उठ किसान ओ,
बादल घिर आए हैं
तेरे हरे-भरे सावन के
साथी ये आए हैं

उठ किसान ओ कविता Class 8 Durva Hindi Uth Kisan O
उठ किसान ओ

आसमान भर गया देख तो

इधर देख तो, उधर देख तो
नाच रहे हैं उमड़-घुमड़ कर
काले बादल तनिक देख तो

तेरे प्राणों में भरने को
नए राग लाए हैं


भावार्थ - 
प्रस्तुत पंक्तियाँ  उठ किसान ओ  कविता से लिया गया है, यह कविता कवि त्रिलोचन जी के द्वारा लिखित है। इन पंक्तियों के माध्यम से कवि कहते हैं कि किसान भाई जाग जाओ, अब उठो देखो तो तुम्हारे सावन के साथी तुम्हारे मित्र आए हैं | बादल घिर कर चारो ओर घनघोर छा गए हैं। अब हरे-भरे फसलों के दिन आ गए हैं। इधर-उधर जहाँ भी देखो आसमान बादलों से घिर गया है। जहाँ भी देखो ऐसा लगता है कि आसमान में बादल उमड़-घुमड़ कर नाच रहे हैं। इन काले बादलों को थोड़ा देखो तो ऐसा लग रहा है कि किसानों के प्राण में नए सुर-संगीत का राग लाए हैं। मानसून के आते ही किसानों के चेहरों में उमंग और उल्लास दिखाई देती है |   

यह संदेशा लेकर आई
सरस मधुर, शीतल पुरवाई
तेरे लिए, अकेले तेरे
लिए, कहाँ से चल कर आई 

फिर वे परदेशी पाहुन, सुन, 
तेरे घर आये हैं 


भावार्थ - 
प्रस्तुत पंक्तियाँ  उठ किसान ओ  कविता से लिया गया है | यह कविता कवि त्रिलोचन जी के द्वारा लिखित है। इन पंक्तियों के माध्यम से कवि कहते हैं कि ये बादल किसानों से कहना चाह रहे हैं । यह सरस, मधुर और शीतल पुरवैया हवा यह संदेश दे रहे हैं कि देखों मैं सिर्फ तुम्हारे लिए कितने दूर से अकेले चलकर तुम्हारे पास आई हूँ | उस परदेशी मेहमान बादल का संदेश लेकर तुम्हारे घर आ गई हूँ | 

उड़ने वाले काले जलधर
नाच-नाच कर गरज-गरज कर
ओढ़ फुहारों की सित चादर
देख उतरते हैं धरती पर
छिपे खेत में, आँखमिचौनी
सी करते आये हैं 

भावार्थ - प्रस्तुत पंक्तियाँ  उठ किसान ओ  कविता से लिया गया है | यह कविता कवि त्रिलोचन जी के द्वारा लिखित है। इन पंक्तियों के माध्यम से कवि कहते हैं कि आसमान में उड़ता दिखाई देने वाला बादल खेत में आँख मिचौली करते हुए छुपन-छुपाई करते हुए नाचते, गरजते अपना खेल , खेल रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे बादल फुहारों की सफेद चादर ओढ़कर धरती पर उतर आए हैं | 

हरा खेत जब लहराएगा
हरी पताका फहराएगा
छिपा हुआ बादल तब उसमें
रूप बदल कर मुस्काएगा

तेरे सपनों के ये मीठे
गीत आज छाए हैं 

भावार्थ - प्रस्तुत पंक्तियाँ  उठ किसान ओ  कविता से लिया गया है | यह कविता कवि त्रिलोचन जी के द्वारा लिखित है। इन पंक्तियों के माध्यम से कवि कहते हैं कि किसान अब अच्छी फसल होने का इंतजार कर रहा है | वह सपने देख रहा है कि कैसे उसके हरे खेत लहराएंगे और अपनी हरे झण्डे फहराएंगे और खेतों में छुपा बादल किस तरह अपना रूप बदलकर लहराती फसलों में मुस्कुराएगा | कवि कहते हैं कि किसान के होठों में उनके सपनों के गीत छाए हुए हैं। वह अच्छी फसल के इंतजार में मन ही मन खुश हो रहे हैं | 

---------------------------------------------------------


उठ किसान ओ कविता का सारांश


प्रस्तुत पाठ उठ किसान ओ कवि  त्रिलोचन जी के द्वारा रचित है। प्रस्तुत पाठ में त्रिलोचन जी ने सावन के महीने का सुंदर वर्णन किया है | बारिश का मौसम आते ही किसान खुशी से झूम उठते हैं, इसलिए कवि उन्हें सावन के आते ही आगाह करता है कि अब जाग जाओ | तुम्हारे सावन के साथी बादल नाचते हुए उमड़-घुमड़ कर आ गए हैं | चारों तरफ बादल की सफेद चादर ढकी हुई है | हवा पुरवाई तुम्हारे घर तक सन्देश पहुँचाने आयी है। कवि ने बहुत ही सुंदर पँक्तियों के साथ किसानों को आगाज किया है। जब भी मानसून आती है किसान हर्षों-उल्लास से भर जाता है। क्योंकि यह बारिश का दिन उनके लिए एक सुंदर राग बनकर उनके जीवन को मधुर कर देती है | उनके मन में ऊर्जा भर जाती है। त्रिलोचन जी कहते हैं, बादल खेतों में  छुपकर आँख मिचौली खेलते हैं | वह दृश्य बहुत ही अनोखा होता है, जब हरे-भरे खेतों में बादल सफेद चादर बन छा जाती है। अब बारिश के बाद किसान अपने अच्छी फसल के इंतजार में हरे-भरे खेतों को देखता है। खुश होता है। यह सावन किसानों के लिए फसलों का सौगात लाता है। कवि ने इस पाठ में किसानों की खुशी और मानसून के आगमन के दृश्य का बहुत ही मनमोहक चित्रण किया है...|| 



उठ किसान ओ कविता के प्रश्न उत्तर


प्रश्न-1 “तेरे हरे-भरे सावन के साथी ये आए हैं“ --- क्या बादल हरे-भरे सावन के साथी हैं अथवा किसान के ? या दोनों के | 

उत्तर- प्राकृतिक रूप से देखा जाए तो बादल सावन एवं किसान दोनों के साथी हैं | बादल के आने से ही बारिश होती है और किसान फसल उगाते हैं | 

त्रिलोचन
त्रिलोचन

प्रश्न-2 
“तेरे प्राणों में भरने को नया राग लाए हैं“ --- बादल ऐसा क्या लाए हैं जिससे किसान के प्राणों में नया राग भर जाएगा ? 

उत्तर- बादल अपने साथ पानी लेकर आए हैं, जब बारिश होगी तो किसानों के खेतों को पानी मिलेगा, जिससे वे फसल उगाएँगे | जो सभी के लिए बहुत जरूरी होता है | इसलिए कवि ने किसानों के प्राण में नए राग भरने की बात की है | 

प्रश्न-3 “यह संदेशा ले कर आई, सरस मधुर शीतल पुरवाई“ --- पुरवाई किसान के लिए क्या संदेशा लेकर आई होगी ? 

उत्तर- पुरवाई किसान के लिए बादल रूपी मेहमान का संदेश लेकर आई है, जो इतने दूर से केवल किसान के लिए अकेले चलकर उनके घर तक आए हैं | 

प्रश्न-4  “तेरे लिए, अकेले तेरे लिए, कहाँ से चलकर आई“ --- क्या सचमुच पुरवाई केवल किसान के लिए चलकर आई है ? वह कहाँ से चलकर आई होगी ? 

उत्तर-  
पुरवाई सभी के लिए आई है, लेकिन इससे किसान बहुत खुश होता है, क्योंकि उन्हें खेती के लिए पानी की अत्यधिक जरूरत होती है | पुरवाई पूर्व दिशा से आने वाली हवा होती है, जो समुन्द्र की लहरों से चलकर पहाड़ों से होते हुए आती है | 

प्रश्न-5  जब हरा खेत लहराएगा तो क्या होगा ? 

उत्तर- प्रस्तुत पाठ के अनुसार, जब हरा खेत लहराएगा तो वह हरी पताका फहराएगा | 

प्रश्न-6  बादलों के घिर आने पर कवि किसान को उठने के लिए क्यों कहता है ? 

उत्तर- प्रस्तुत पाठ के अनुसार, बादलों के घिर आने पर कवि किसान को उठने के लिए इसलिए कहता है क्योंकि बादल उसके साथी सावन के साथ आया है, जो किसान के प्राण में नए राग भरने को आया है | 

प्रश्न-7 रूप बदल कर बादल किसान के कौन से सपनों को साकार करेगा ? 

उत्तर- प्रस्तुत पाठ के अनुसार, बादल रूप बदल कर किसान के खेत में मुस्कुराएगा | उसकी हरी-भरी खेत में पताका बन के फहरेगा | 

प्रश्न-8 “काले बादल तनिक देख तो |" 

तुम भी अपने ढंग से ‘तनिक’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए पाँच वाक्य बनाओ | 

उत्तर- पाँच वाक्य बनाओ - 
• तनिक ठहरो तो।
• तनिक पीछे हट जाओ।
• तनिक धैर्य धरो।
• तनिक सम्भल कर चलो
• तनिक हँस भी दो।

---------------------------------------------------------

उठ किसान ओ पाठ से संबंधित शब्दार्थ 


• घिरना - चारों ओर से आना, छाना
• तनिक - थोड़ा सा
• संदेशा - समाचार, खबर
• पुरवाई - पूर्व की ओर से चलने वाली हवा
• शीतल - ठण्डी
• परदेसी - दूसरे देश में रहने वाला
• पाहुन - मेहमान, अतिथि
• जलधर - पानी से भरे बादल
• फुहार - बौछार, नन्हीं-नन्हीं बूंदे
• सित - सफेद
• ओढ़ना -  किसी वस्तु से ढकना
• पताका - झंडा
• आँख मिचौनी - लुका-छुपी का खेल
• गरज - बादलों की जोरदार ध्वनि  | 



COMMENTS

Leave a Reply
नाम

अंग्रेज़ी हिन्दी शब्दकोश,3,अकबर इलाहाबादी,11,अकबर बीरबल के किस्से,62,अज्ञेय,35,अटल बिहारी वाजपेयी,1,अदम गोंडवी,3,अनंतमूर्ति,3,अनौपचारिक पत्र,16,अन्तोन चेख़व,2,अमीर खुसरो,7,अमृत राय,1,अमृतलाल नागर,1,अमृता प्रीतम,5,अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध",6,अली सरदार जाफ़री,3,अष्टछाप,3,असगर वज़ाहत,11,आनंदमठ,4,आरती,11,आर्थिक लेख,7,आषाढ़ का एक दिन,17,इक़बाल,2,इब्ने इंशा,27,इस्मत चुगताई,3,उपेन्द्रनाथ अश्क,1,उर्दू साहित्‍य,179,उर्दू हिंदी शब्दकोश,1,उषा प्रियंवदा,2,एकांकी संचय,7,औपचारिक पत्र,32,कक्षा 10 हिन्दी स्पर्श भाग 2,17,कबीर के दोहे,19,कबीर के पद,1,कबीरदास,15,कमलेश्वर,6,कविता,1413,कहानी लेखन हिंदी,13,कहानी सुनो,2,काका हाथरसी,4,कामायनी,5,काव्य मंजरी,11,काव्यशास्त्र,4,काशीनाथ सिंह,1,कुंज वीथि,12,कुँवर नारायण,1,कुबेरनाथ राय,2,कुर्रतुल-ऐन-हैदर,1,कृष्णा सोबती,2,केदारनाथ अग्रवाल,3,केशवदास,4,कैफ़ी आज़मी,4,क्षेत्रपाल शर्मा,52,खलील जिब्रान,3,ग़ज़ल,138,गजानन माधव "मुक्तिबोध",14,गीतांजलि,1,गोदान,6,गोपाल सिंह नेपाली,1,गोपालदास नीरज,10,गोरख पाण्डेय,3,गोरा,2,घनानंद,2,चन्द्रधर शर्मा गुलेरी,2,चमरासुर उपन्यास,7,चाणक्य नीति,5,चित्र शृंखला,1,चुटकुले जोक्स,15,छायावाद,6,जगदीश्वर चतुर्वेदी,17,जयशंकर प्रसाद,30,जातक कथाएँ,10,जीवन परिचय,72,ज़ेन कहानियाँ,2,जैनेन्द्र कुमार,5,जोश मलीहाबादी,2,ज़ौक़,4,तुलसीदास,25,तेलानीराम के किस्से,7,त्रिलोचन,3,दाग़ देहलवी,5,दादी माँ की कहानियाँ,1,दुष्यंत कुमार,7,देव,1,देवी नागरानी,23,धर्मवीर भारती,6,नज़ीर अकबराबादी,3,नव कहानी,2,नवगीत,1,नागार्जुन,23,नाटक,1,निराला,35,निर्मल वर्मा,2,निर्मला,38,नेत्रा देशपाण्डेय,3,पंचतंत्र की कहानियां,42,पत्र लेखन,174,परशुराम की प्रतीक्षा,3,पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र',4,पाण्डेय बेचन शर्मा,1,पुस्तक समीक्षा,133,प्रयोजनमूलक हिंदी,24,प्रेमचंद,40,प्रेमचंद की कहानियाँ,91,प्रेरक कहानी,16,फणीश्वर नाथ रेणु,4,फ़िराक़ गोरखपुरी,9,फ़ैज़ अहमद फ़ैज़,24,बच्चों की कहानियां,86,बदीउज़्ज़माँ,1,बहादुर शाह ज़फ़र,6,बाल कहानियाँ,14,बाल दिवस,3,बालकृष्ण शर्मा 'नवीन',1,बिहारी,5,बैताल पचीसी,2,बोधिसत्व,7,भक्ति साहित्य,138,भगवतीचरण वर्मा,7,भवानीप्रसाद मिश्र,3,भारतीय कहानियाँ,61,भारतीय व्यंग्य चित्रकार,7,भारतीय शिक्षा का इतिहास,3,भारतेन्दु हरिश्चन्द्र,10,भाषा विज्ञान,13,भीष्म साहनी,7,भैरव प्रसाद गुप्त,2,मंगल ज्ञानानुभाव,22,मजरूह सुल्तानपुरी,1,मधुशाला,7,मनोज सिंह,16,मन्नू भंडारी,5,मलिक मुहम्मद जायसी,4,महादेवी वर्मा,19,महावीरप्रसाद द्विवेदी,2,महीप सिंह,1,महेंद्र भटनागर,73,माखनलाल चतुर्वेदी,3,मिर्ज़ा गालिब,39,मीर तक़ी 'मीर',20,मीरा बाई के पद,22,मुल्ला नसरुद्दीन,6,मुहावरे,4,मैथिलीशरण गुप्त,11,मैला आँचल,4,मोहन राकेश,11,यशपाल,14,रंगराज अयंगर,43,रघुवीर सहाय,5,रणजीत कुमार,29,रवीन्द्रनाथ ठाकुर,22,रसखान,11,रांगेय राघव,2,राजकमल चौधरी,1,राजनीतिक लेख,20,राजभाषा हिंदी,66,राजिन्दर सिंह बेदी,1,राजीव कुमार थेपड़ा,4,रामचंद्र शुक्ल,2,रामधारी सिंह दिनकर,25,रामप्रसाद 'बिस्मिल',1,रामविलास शर्मा,8,राही मासूम रजा,8,राहुल सांकृत्यायन,2,रीतिकाल,3,रैदास,2,लघु कथा,118,लोकगीत,1,वरदान,11,विचार मंथन,60,विज्ञान,1,विदेशी कहानियाँ,33,विद्यापति,6,विविध जानकारी,1,विष्णु प्रभाकर,1,वृंदावनलाल वर्मा,1,वैज्ञानिक लेख,7,शमशेर बहादुर सिंह,5,शमोएल अहमद,5,शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय,1,शरद जोशी,3,शिक्षाशास्त्र,6,शिवमंगल सिंह सुमन,5,शुभकामना,1,शेख चिल्ली की कहानी,1,शैक्षणिक लेख,53,शैलेश मटियानी,2,श्यामसुन्दर दास,1,श्रीकांत वर्मा,1,श्रीलाल शुक्ल,1,संयुक्त राष्ट्र संघ,1,संस्मरण,28,सआदत हसन मंटो,9,सतरंगी बातें,33,सन्देश,39,समसामयिक हिंदी लेख,221,समीक्षा,1,सर्वेश्वरदयाल सक्सेना,19,सारा आकाश,17,साहित्य सागर,22,साहित्यिक लेख,69,साहिर लुधियानवी,5,सिंह और सियार,1,सुदर्शन,3,सुदामा पाण्डेय "धूमिल",9,सुभद्राकुमारी चौहान,7,सुमित्रानंदन पन्त,20,सूरदास,15,सूरदास के पद,21,स्त्री विमर्श,10,हजारी प्रसाद द्विवेदी,2,हरिवंशराय बच्चन,28,हरिशंकर परसाई,24,हिंदी कथाकार,12,हिंदी निबंध,348,हिंदी लेख,504,हिंदी व्यंग्य लेख,3,हिंदी समाचार,164,हिंदीकुंज सहयोग,1,हिन्दी,7,हिन्दी टूल,4,हिन्दी आलोचक,7,हिन्दी कहानी,32,हिन्दी गद्यकार,4,हिन्दी दिवस,85,हिन्दी वर्णमाला,3,हिन्दी व्याकरण,45,हिन्दी संख्याएँ,1,हिन्दी साहित्य,9,हिन्दी साहित्य का इतिहास,21,हिन्दीकुंज विडियो,11,aaroh bhag 2,14,astrology,1,Attaullah Khan,2,baccho ke liye hindi kavita,70,Beauty Tips Hindi,3,bhasha-vigyan,1,Class 10 Hindi Kritika कृतिका Bhag 2,5,Class 11 Hindi Antral NCERT Solution,3,Class 9 Hindi Kshitij क्षितिज भाग 1,17,Class 9 Hindi Sparsh,15,English Grammar in Hindi,3,formal-letter-in-hindi-format,143,Godan by Premchand,6,hindi ebooks,5,Hindi Ekanki,18,hindi essay,340,hindi grammar,52,Hindi Sahitya Ka Itihas,99,hindi stories,656,hindi-gadya-sahitya,2,hindi-kavita-ki-vyakhya,15,ICSE Hindi Gadya Sankalan,11,icse-bhasha-sanchay-8-solutions,18,informal-letter-in-hindi-format,59,jyotish-astrology,14,kavyagat-visheshta,22,Kshitij Bhag 2,10,lok-sabha-in-hindi,18,love-letter-hindi,3,mb,72,motivational books,10,naya raasta icse,9,NCERT Class 10 Hindi Sanchayan संचयन Bhag 2,3,NCERT Class 11 Hindi Aroh आरोह भाग-1,20,ncert class 6 hindi vasant bhag 1,14,NCERT Class 9 Hindi Kritika कृतिका Bhag 1,5,NCERT Hindi Rimjhim Class 2,13,NCERT Rimjhim Class 4,14,ncert rimjhim class 5,19,NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva,12,NCERT Solutions Class 8 Hindi Durva,17,NCERT Solutions for Class 11 Hindi Vitan वितान भाग 1,3,NCERT Solutions for class 12 Humanities Hindi Antral Bhag 2,4,NCERT Solutions Hindi Class 11 Antra Bhag 1,19,NCERT Vasant Bhag 3 For Class 8,12,NCERT/CBSE Class 9 Hindi book Sanchayan,6,Nootan Gunjan Hindi Pathmala Class 8,18,Notifications,5,nutan-gunjan-hindi-pathmala-6-solutions,17,nutan-gunjan-hindi-pathmala-7-solutions,18,political-science-notes-hindi,1,question paper,19,quizzes,8,Rimjhim Class 3,14,Sankshipt Budhcharit,5,Shayari In Hindi,16,sponsored news,10,Syllabus,7,top-classic-hindi-stories,38,UP Board Class 10 Hindi,4,Vasant Bhag - 2 Textbook In Hindi For Class - 7,11,vitaan-hindi-pathmala-8-solutions,16,VITAN BHAG-2,5,vocabulary,19,
ltr
item
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika: उठ किसान ओ कविता Class 8 Durva Hindi Uth Kisan O
उठ किसान ओ कविता Class 8 Durva Hindi Uth Kisan O
उठ किसान ओ कविता uth kisan o poem uth kisan o solution uth kisan o question answer Kavita ka arth class 8 hindi chapter 7 ncert त्रिलोचन Durva 8 cbse
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgvIZZiKXwikedDKjF2ZObZ37WRZZz9H2vqdfFtn4tq2DeXO-d6cj7judE7r_siIl9pGIVeOANwxV6N_mfoBY1Tgn2uQiXZHzILxVubV9hdoNO3ott296gaS4zf2TWjUc4G1v8h8HI110Le/s320/uth-kisan-o.jpg
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgvIZZiKXwikedDKjF2ZObZ37WRZZz9H2vqdfFtn4tq2DeXO-d6cj7judE7r_siIl9pGIVeOANwxV6N_mfoBY1Tgn2uQiXZHzILxVubV9hdoNO3ott296gaS4zf2TWjUc4G1v8h8HI110Le/s72-c/uth-kisan-o.jpg
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika
https://www.hindikunj.com/2021/04/class-8-durva-hindi-uth-kisan-o.html
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/2021/04/class-8-durva-hindi-uth-kisan-o.html
true
6755820785026826471
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy बिषय - तालिका