NCERT CBSE Class kab aaun question answers CBSE कक्षा 3 विषय हिन्दी किताब रिमझिम अध्याय 9 कब आऊं सरल व्याख्या NCERT Rimjhim 3 CBSE Class 3 Hindi Chapter 9 cbse class 3 chapter 9 Kab Aaun, kab aaun question answers Class 3 Hindi with Exercise kab aaun kahani कब आऊँ अक्ल बड़ी या भैंस Akal Badi Ya Bhains कब आऊँ CBSE Rimjhim 3 NCERT Class 3 NCERT Rimjhim kab aaun Class 3 Hindi कब आऊं कहानी
Kab Aaun कब आऊँ
NCERT CBSE Class kab aaun question answers CBSE कक्षा 3 विषय हिन्दी किताब रिमझिम अध्याय 9 कब आऊं सरल व्याख्या NCERT Rimjhim 3 CBSE Class 3 Hindi Chapter 9 cbse class 3 chapter 9 Kab Aaun, kab aaun question answers Class 3 Hindi with Exercise kab aaun kahani कब आऊँ अक्ल बड़ी या भैंस Akal Badi Ya Bhains कब आऊँ CBSE Rimjhim 3 NCERT Class 3 NCERT Rimjhim kab aaun Class 3 Hindi कब आऊं कहानी
कब आऊँ कहानी का सारांश
कब आऊं आर.एस.त्रिपाठी जी द्वारा लिखी गयी बुद्धि विनोद पर आधारित कहानी है। इस कहानी में लेखक ने अवंती नाम के एक रंगसाज का वर्णन किया है। उसका मुख्य काम कपड़े रंगने का था। उसके काम की प्रशंसा हर जगह होने लगी। यह सुनकर एक सेठ को बहुत जलन हुई। उसने अवंती को परेशान करने के लिए एक कपड़े का टुकड़ा लेकर उसकी दुकान में जा पहुँचा।
कब आऊँ |
सेठ ने जाकर कहा कि अवंती इस कपड़े को रंग दो। मैं तुम्हारा हुनर देखना चाहता हूँ। अवंती ने सेठ से पूछा कि आप किस रंग से कपडा रंगवाना चाहते हैं। सेठ ने चालाकी से कहा कि मुझे हरा ,पीला ,सफ़ेद ,लाल ,नारंगी ,आसमानी ,काला और बैंगनी रंग से नहीं रंगवाना। अवंती ,सेठ का इरादा भाँप गया और कपड़े को आलमारी में बंद करके ताला मार दिया। सेठ ने पूछा कि कब आऊं ? तो अवंती ने जबाब दिया कि आप सोमवार ,मंगलवार ,बुधवार ,गुरुवार ,शुक्रवार ,शनिवार और रविवार छोड़कर किसी भी दिन आ सकते हैं। सेठ ने जान लिया कि उसकी चाल उल्टी पड़ गयी है। अतः वहाँ से चुपचाप खिसक लेने में ही सेठ ने अपनी भलाई समझी और फिर कभी अवंती के दुकान पर दिखाई नहीं पड़ा।
कब आऊँ कहानी के प्रश्न उत्तर
कहानी से
प्र. सेठ ने किस रंग में कपड़ा रंगने को कहा?
उ. सेठ ,अवंती को बेइज्जत करने की नियत से उसकी दुकान पर आया था। इसीलिए हरा ,पीला ,सफ़ेद ,लाल,नारंगी ,नीला ,आसमानी ,काला और बैगनी रंग छोड़कर अन्य किसी रंग से रंगने के लिए कहा।
प्र. अवंती ने कपड़ा अलमारी में बंद कर दिया| क्यों?
उ. अवंती ,सेठ का इरादा जान गया था इसीलिए वह उसका कपड़ा आलमारी में बंद कर दिया।
प्र. सेठ कपड़ा लेने किस दिन आया होगा?
उ. सेठ कपडा लेने किसी दिन नहीं आया होगा क्योंकि वह किसी भी रंग से रंगवाना नहीं चाहता था। उसका एकमात्र उद्देश्य अवंती को बेइज्जत करना था।
कौन छुपा है कहाँ?
प्र. नीचे के वाक्यों में कुछ हरी-भरी सब्जियों के नाम छूपे हैं| ढूँढों तो ज़रा-
उ. अब भागों भी, बारिश होने लगी है| - गोभी
मामू लीला मौसी कहाँ है? - मूली
शीला के पास बैग नहीं है| - बैंगन
रानी बोली- हमसे मत बोलो| - सेम
गोपाल कबूतर उड़ा दो| - पालक
प्र. सही जोड़े मिलाओ
उ. प्रशंसा - तारीफ़
बुलंद - ऊँची
बिलकुल - कतई
ईर्ष्या - जलन
अवश्य - जरुर
समझ - समझदारी
प्र. रंगाई शब्द रंग से बना है| इसी तरह और शब्द बनाओ-
उ. रंग - रंगाई
साफ़ - सफाई
चढ़ - चढ़ाई
बुन -बुनाई
विडियो के रूप में देखें -
क्या समझे
प्र. जिन शब्दों के नीचे रेखा खिंची है, उनका मतलब बताओ-
उ. मुझे बैंगनी रंग कतई अच्छा नही लगता| – बिलकुल
अवंती ने सेठ का मंसूबा भाँप लिया| – इरादा
मैं तुम्हारा हुनर देखना चाहता हूँ| – निपुणता
सेठ बुलंद आवाज़ में बोला – स्वर
सेठ को इर्ष्या होने लगी| – ज़लन
रंग के बारे में मेरी कोई ख़ास पसंद तो है नहीं| – विशेष
कैसा लगा आफंती
प्र. आफंती के बारे में कुछ वाक्य लिखो| तुम उसके कपड़ो, शक्ल-सूरत, पालतू पशु, बुद्धि आदि के बारे में बता सकती हो|
उ. मुझे अवंती की वेश -भूषा जोकरों जैसी लगी। वह अपने अगल बगल ढेर सारे कपडें टांग रखें हैं। इसका अर्थ है कि उसे रंगसाजी के ढेरो काम मिले हैं। उसने गधा भी पाल रखा हैं ,जिससे वह कपड़े ढ़ोने का काम करवाता है। उसने बड़े- बड़े बाल भी रखें। वह बल की जगह बुद्धि से काम लेना पसंद करता है ,तभी वह सेठ जी को बुद्धि द्वारा हरा देता है।
कब आऊँ कहानी के कठिन शब्द शब्दार्थ
रंगाई - कपड़े रंगने का काम
गाँववासियो - गाँव में रहने वाले
ईर्ष्या - जलन
परेशान - तंग
हुनर - निपुणता
ख़ास - विशेष
मंसूबा - ईरादा
भाँपते - टोह लेना
चाल - दाँव
हिम्मत - साहस
This is same as my school book
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