अयोध्या का मामला लौट कर आया

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अयोध्या फैसले के खिलाफ यह मुस्लिम गुट का फिर अयोध्या का वही मामला लौट कर आया राम मंदिर ,पहुंच गया सुप्रीम कोर्ट की दहलीज जबकि बीत गया था बाइस दिन प्रेम सौहार्द में सैयद असद रसीदी ने दाखिल रीट नई कींन | फैसला नौ नवम्बर दो हजार उन्नीस के खिलाफ में सैयद ने अबकी कोर्ट में हाजिरी अपनी दीन जिसे जस्टिस की पांच सदस्यीय टीम ही ने सर्वसम्मति से जस्टिसों ने निर्णय था कीन | फैसले के विरोध में, मुस्लिम का एक गुट उभड़ा लगा इल्जाम जजों पे, बोले अच्छा निर्णय न कीन |

अयोध्या फैसले के खिलाफ यह मुस्लिम गुट का 


फिर अयोध्या का वही मामला लौट कर आया  
राम मंदिर ,पहुंच गया सुप्रीम कोर्ट की दहलीज 
जबकि बीत गया था बाइस दिन प्रेम सौहार्द में 
सैयद असद रसीदी ने दाखिल रीट नई कींन | 
फैसला नौ नवम्बर दो हजार उन्नीस के खिलाफ 
में सैयद ने अबकी कोर्ट में हाजिरी अपनी दीन 
जिसे जस्टिस की पांच सदस्यीय टीम ही  ने
सर्वसम्मति से जस्टिसों ने निर्णय था कीन | 
फैसले के  विरोध में, मुस्लिम का एक गुट उभड़ा 
लगा इल्जाम जजों पे, बोले अच्छा निर्णय न कीन | 

यद्यपि मुस्लिम परसनल ला बोर्ड के लोगों को 
सांसद अफजाल अंसारी ने अपना विचार सुनाया 
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करें सब बताया 
बोर्ड महासचिव वली रहमानी ने उनकी बात ठुकराया|   

उधर संघ परिवार ने नवम्बर उन्नीस को बैठक कराया 
नागपुर में शीर्ष नेताओं की एक संयुक्त सभा बुलाया 
संघ और विश्व हिन्दू परिषद आपस में दोनों मिलकर 
राम मंदिर ट्रस्ट पर खुले मन  से विचार -विमर्श कराया | 

अयोध्या का मामला
अयोध्या का मामला
मुस्लिम परसनल ला बोर्ड के पुनविचार र्याचिका पर 
संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव आपन बात बताया 
स्वामी जितेन्द्रानन्द सरस्वती ने लोगों को फरमाया 
देश संविधान से चलता है और प्रतिष्ठित मूर्तियो को
जीवंत व्यक्ति का है मिला वहदा मीडिया में सुनाया 
और मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड मुकदमें में फरीक नहीं थे 
ऐसे में यह अपना ढोंग बंद करो संतों की बातें  बताया |
मुकदमें में सुन्नी वफ्ट बोर्ड और इकबाल अंसारी को 
यही दोनों फरीक थे  जिन्होंने फैसले का सम्मान किया | 

कभी कभार जब कहीं पे  दिग्गजों  का मिलन होता 
तभी अपने पुराने घर वापसी का अभियान चलता 
अधिग्रण की बातें होती और स्वामी की बातें सुनते 
विश्व हिन्दू परिषद का तिफाकन प्रयाग गवाह बनता  |
इस मौके पे जोशी - धर्म व्यापक और सनातन सुनाया 
प्रबुद्ध वर्ग ने भी अपना एक स्वर में समर्थन दिखाया |  

अयोध्या में  विशेष सहित,  राम मंदिर निर्माण होगा 
रामायण के सातो अध्याय की झलक उकेरी जायेगी
विद्वानों की रायशुमारी से वहां  नये पन का रंग होगा
आर एस एस इस कार्य के लिए देश भर से वह राय लेगा | 
काशी विद्वत परिषद से भी इस पर गहन विचार हुआ 
निर्णय में शास्त्रीय पद्धति से राम मंदिर की बात बनी 
अयोध्या में राम मंदिर भव्य बने जनता ने आवाज दिया   
सरकारी मार्गदर्शन हो सर्वसम्मत -सबने  स्वीकार किया| 

नदवा में मुस्लिम पर्सनल ला ने एक बैठक आहूत की 
ऐन मौके पर वह बैठक जाने क्यों स्थान्तरित की गयी
जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड को भी था आमंत्रित किया गया
जिसके जुफर फारूकी को चेयरमैन  सहित सर्बा कहा गया | 
बैठक की अध्यक्षता मौलाना सैयद राबे हसनी ने थी की
उसमे देश के कोने कोने से कुछ एक ने आकर सिरकत की 
वहीं मरहूम हासमी के बेटे  इकबाल अंसारी भी न्यौता दीन 
फरमान के साथ कि पुनर्विचार याचिका सहमत हों तो आना | 
बैठक का अंसारी ने मीडिया समक्ष यह कह बहिस्कार किया  
सुप्रीमकोर्ट सर्वोच्च न्यायालय फैसले का सबने सम्मान किया 
हम तो  पहले से ही कहते आये जो आदेश कोर्ट का होगा मानेंगे 
बात अब आगे नहीं बढ़ाना हिन्दू- मुस्लिम को है साथ निभाना | 
हिन्दू -मुस्लिम में फूट डालोगे अगर तो तुम हो जाओगे बदनाम 
सदा -सदा दोनों समाज नहीं  करेगा तुम्हारा  कभी भी सम्मान  |

उधर ट्रस्ट बनाने की चल रही थी शासन -प्रशासन की तैयारी 
जमीन सौपे जाने की पहल ,सीमांकन की भी आयी है थी पारी |
जमीन की जांच अन्य जनपदों के जानकारीं से कराने की बात 
कतिपय कारणों से चौदह नवम्बर - स्थगित करना पड़ा था कार्य 
सीमांकन का काम प्रशासन का है वह अपना कार्य तो  है करता
मौलाना अरशद मदानी इसी बीच एक नया बयान हैं  फरमाते 
पांच एकड़ जमीन,सुप्रीम कोर्ट निर्णय, मैं इसे समझ  नहीं आया
मीडिया के सामने बोले हमारी समझ से बाहर  यह फैसला भाया ! 

 उधर रामालय ट्रस्ट के पदेन सचिव अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 
प्रधान मंत्री कार्यालय -गृह मंत्रालय को ज्ञापन की बात चलाया 
शिखर एक सौ आठ फीट का राम मंदिर का होगा उन्होंने बताया 
दुनिया का सबसे भव्य मंदिर अयोध्या में बनाएंगे दावा दिखाया 
एक साथ  एक लाख अस्सी हजार भक्त पूजा  करेंगे  फरमाया 
समाज के  मन की  और   भावना का हो आदर ऐसा ही सुनाया| 
सुप्रीम कोर्ट के समक्ष  जो वकीलों की दलील दी गयी उसे बताता 
राम जन्म भूमि -बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में हिन्दू पक्ष के लॉ 
वकील रामलला विराजमान  सी एस वैद्यनाथन ने कहा बताया  
ईसा पूर्व दूसरी सदी में बने मंदिर के ढाँचे पर मस्जिद निर्माण हुआ| 
प्रमाण बताते हैं कि तथाकथित मस्जिद अंदर पूजा होती थी रहती
देवता की तस्वीर और मूर्ति  के होने के आधार का भी दावा किया |
राम मंदिर के अवशेष पर मस्जिद का निर्माण हुआ सबूत बतायें 
सुप्रीम कोर्टने यह साबित करने का उनको था फरमान सुनाया | 
नदी किनारे ही सभ्यता बस्ती सदियों से हम देखते हुए आये समय
-समय पर उजड़ती,पुराने अवशेषों पर नये -नये  ढाँचे खड़े किये जाते
इसे जस्टिस डी वाई चंद्र चूर्ण ने अपने वक्तव्य में वकीलों से बोले 
लाइव सुप्रीम कोर्ट रूम से जिसको  मीडिया ने लोगों से है बोली | 
सिर्फ नमाज पढ़ने से वह जगह आपकी नहीं कभी भी जाती 
जब तक की  आपकी खानदानी संपत्ति वह नहीं कहलाती | 
मस्जिद , सामोहिक -साप्ताहिक, दैनिक प्रार्थना के लिए होती
इसे जस्टिस राजीव धवन जी ने अपने वक्तव्य मे फरमाया|
कहीं पर भी नमाज पढ़ने की बात जो आपका तर्क गलत होता 
स्लाम की यह सही व्याख्या नहीं होती उन्होने वहीं बताया | 
ए एस वाई  की रिपोर्ट से यहाँ पर इतना है तो साफहो जाता 
मस्जिद किसी खाली पड़ी जमीन -कृषि जमीन पर नहीं बनी
वैद्यनाथन जस्टिस ने पुनः मौजूद वकीलों आदि को सुनाया 
क्या कार्बन डेटिंग की गई थी  श्रीमन जस्टिस बोबरे ने कहा !
आप क्या साबित कर सकते है कि मस्जिद के ऊपर मंदिर बना 
खुदाई में मिली वस्तुओं कि कार्वन डेटिंग की गई थी यह बात 
जस्टिस वैद्यनाथन ने मौजूद सबको उसी लहजे मे पुनः बताया
कोर्ट कि कार्यवाही पे आवाम ने  आवाज  मंदिर मंदिर लगाया | 
 'राजा' राजेन्द्र  अध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रीय  महासभा से  
हलफनामेन में  अपने दिया आवेदन   सुप्रीम कोर्ट में राजा ने
खुद को वंशज भगवान राम का वे  उसमें लिखकर दिखलाया 
वंश औ वंशावली क्षत्रियों की जो चली आ रही उसने  रंग आया|

इधर राम मंदिर का मुद्दा गरमा रहा, पाक आतंक फैला रहा 
इमरान परमाणु हथियार को ,भारत भूटान से मित्रता बढ़ा रहा 
भारत के रक्षा मंत्री ओ के ,नाईक पर सिकंजा कसता जा रहा 
राज नाथ जापानी पी एम से मिल ,आतंक पर पाक को घेर रहे | 

हिन्दू पक्षकारों ने स्लामिक कानून के हवाले से अपनी बातें की 
तथाकथित विवादित मस्जिद को वैध नहीं ठहराया जा सकता
और सोलहनवें दिन हिन्दू पक्षकारों ने बाबर को बताया आक्रांता
जिसको यह सब  साबित कराते हैं मौजूद  दस्तावेज़ और साक्ष | 
भगवान राम का उसी जन्म भूमि पर जन्म है हुआ है जो वहाँ 
अंतकाल से वहाँ कराते आये हिन्दू भक्त वहीं पर अब तक पूजा | 

आगे क्रमश -  

- सुखमंगल सिंह ,
अवध निवासी 

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