यह धार्मिक लोग ! रेलवे पुलिस कांस्टेबल गौरगोपाल महाकूड़ एक धार्मिक व्यक्ति हैं । सुबह से एक घंटा पूजापाठ न कर लें तो वह ड्यूटी के लिए नहीं निकलते । जिस स्टेशन में उसकी ड्टूटी है वहां सुबह-सुबह लोकल ट्रेन आती है । इसीलिए वह भोर में ही उठकर पूजापाठ कर लेते हैं । उसी ट्रेन में चोरी की लकड़ी आती है ।
यह धार्मिक लोग !
रेलवे पुलिस कांस्टेबल गौरगोपाल महाकूड़ एक धार्मिक व्यक्ति हैं । सुबह से एक घंटा पूजापाठ न कर लें तो वह ड्यूटी के लिए नहीं निकलते । जिस स्टेशन में उसकी ड्टूटी है वहां सुबह-सुबह लोकल ट्रेन आती है । इसीलिए
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धार्मिक |
पुलिस इंसपेक्टर सुदाम सुबुद्धि भी बड़े ही धार्मिक हैं । उनके प्रयासों से ही भरतपुर थाने में एक त्रिनाथ मंदिर स्थापित हुआ है । वहां हर सोमवार भजन कीर्तन होता है । जिनके रिश्तेदार हिरासत में हैं उन्हें सुदाम कहता है कि जो भी हो दान की पेटी में डाल दो । भगवान पर भरोसा रखो । दान-ध्यान करो । सब ठीक हो जाएगा ।
तभी गोपाल सुदाम बाबू के पास पहुंचा । पाकिट से छुट्टे निकाल कर मेज पर रख कर बोला, सर लीजिए आज की कमाई । इतने कम पैसे देखकर सुदाम ने कहा, तू जो कर रहा है धर्म नहीं सहेगा ! लकड़ीवालों से जो लेकर आ रहा है अपनी जेब में डाल रहा है और कम पैसे लाकर मुझे दे रहा है । मैं कितना रखूं और ऊपर कितना दूं । तेरा तबादला करना पडे़गा ।
रिंटु रंगबाजी के लिए जाना जाता है । भरतपुर इलाके का दादा है । बाजार का सब्जीवाला, मछलीवाला, दुकानकार सभी उससे डरते हैं । उनसे नियमित हफ्ता वसूलता है । यहां तक कि कालेज में लड़कियां भी उसकी बाइक दूर से देखकर छिप जाती हैं । लड़कियों को परेशान करना उनकी हॉबी है । वह दुर्गा मां का भक्त है ।
भरतपुर चौक पर मां दुर्गा की पूजा करने की उसने ठानी ।आजकल मुफ्त में पूजा नहीं होती । चंदे की जरूरत है । भरतपुर से गुजरने वाली हर बस और ट्रक से चंदा वसूलता है वह। यह बात भरतपुर थाना प्रभारी सुदाम बाबू तक पहुंची । उन्होंने रिंटु को बुलावा भेजा । पूछा, यह क्या ? तुम क्यों लोगों को परेशान कर रहे हो । जबरदस्ती चंदा वसूल रहे हो । रिंटु ने कहा सर आप तो धार्मिक हैं । इस कलियुग में धर्म की संस्थापना में कितनी परेशानियां आती है आप जानते हैं । चंदा न हो तो मां की पूजा कैसे होगी ?
सुदाम बाबू ने कहा , रिंटु तुमने ठीक कहा । त्रिनाथ मंदिर की स्थापना के समय भी मुझे परेशानियों का सामना करना पड़ा । करो करो । तुम पूजा करो । लेकिन जबरन चंदा वसूलने की रिपोर्ट थाने में नहीं पहुंचनी चाहिए ।
रिंटू ने कहा, ठीक है । मैं कोशिश करूंगा कि थाने में रिपोर्ट न पहुंचे । जो रिपोर्ट देने आएगा उसकी माको...
-मा की केवल पूजा होती है रिंटु ।
-जी सर ।
-लेकिन हर लड़की मां नहीं । अगर हर लड़की मां हो गई तो संसार कैसे चलेगा ? हम क्या ब्रह्मचारी हो जाएं । हा..हा..हा
-हा..हा...हा
- मृणाल चटर्जी
अनुवाद - इतिश्री सिंह राठौर
मृणाल चटर्जी ओडिशा के जानेमाने लेखक और प्रसिद्ध व्यंग्यकार हैं । मृणाल ने अपने स्तम्भ 'जगते थिबा जेते दिन' ( संसार में रहने तक) से ओड़िया व्यंग्य लेखन क्षेत्र को एक मोड़ दिया । इनका एक नाटक संकलन प्रकाशित होने वाला है।
अच्छा व्यंग्य है पर इतनी सच्चाई मन को दुख देती है
जवाब देंहटाएंBahut sundar
जवाब देंहटाएंBahut sundar
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