आदर्श नागरिक पर निबंध हिंदी में आदर्श नागरिक पर निबंध आदर्श नागरिक पर निबंध इन हिंदी Essay on an Ideal Citizen in Hindi good citizen in hindi गुण देश
आदर्श नागरिक पर निबंध हिंदी में
आदर्श नागरिक पर निबंध आदर्श नागरिक पर निबंध इन हिंदी Essay on an Ideal Citizen in Hindi good citizen in hindi किसी देश के सामान्य सदस्य को उस देश का नागरिक कहा जाता है .आदर्श नागरिक वह होता है जो किसी देश में रहकर अपनी तथा अपने देश की सर्वागीण उन्नति के लिए प्रयत्नशील होता है।
आदर्श नागरिक किसे कहते हैं
आदर्श नागरिक जहाँ अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहता है वहाँ वह अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना अपना परम धर्म समझता है। आदर्श नागरिक के लिए शिक्षित होना अनिवार्य है क्योंकि बिना शिक्षा के व्यक्तित्व का विकास संभव नहीं है। शिक्षा प्राप्त करने पर ही व्यक्ति उचित अनुचित का निर्णय कर सही मार्ग का अनुशरण कर सकता है। आदर्श नागरिक सही शिक्षा प्राप्त कर स्वयं को सामाजिक रूढ़ियों तथा अंध विश्वासों से दूर रखता है तथा स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना पूरा सहयोग देता है।
आदर्श नागरिक के प्रमुख गुण
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आदर्श नागरिक पर निबंध |
आदर्श व्यक्ति अपने देश के प्रति निष्ठावान होता है। देश के प्रति निष्ठावान होने का तात्पर्य है कि वह तन मन धन से अपने देशवासियों की सेवा करता है। जिस धरती पर उसने जन्म लिया है ,जिसके अन्न जल से उसका शरीर हष्ट पुष्ट बना है ,जिस धरती पर खेल कूद कर वह बड़ा हुआ है ,उस देश के प्रति वह अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए सदैव तत्पर रहता है। वह सभी देशवासियों को अपना भाई समझकर उनके सुख दुःख को अपना सुख दुःख समझता है। देश की शान को वह अपनी शान समझता है तथा उस पर आंच न आने देने के लिए वह अपना जीवन बलिदान कर देना अपना अहोभाग्य समझता है।
आदर्श नागरिक परिवार तथा राष्ट्र के हितों के बीच टकराव होने पर परिवार के हितों को तिलांजलि दे देता है और यदि राष्ट्र तथा मानव जाति के हितों के बीच मेल न बैठता हो तो वह राष्ट्रीय हितों को न्योछावर कर देता है। आदर्श नागरिक की दृष्टि सदा लोकहित की ओर लगी रहती है। वह परिवार के लिए स्वयं की ,देश के लिए परिवार की तथा लोकहित के लिए राष्ट्र की बलि देने के लिए तैयार रहता है।
आदर्श नागरिक अपने माता - पिता के प्रति भी अपने कर्तव्यों का पालन करता है। जिस गली मोहल्ले ,ग्राम ,नगर ,प्रदेश अथवा क्षेत्र में वह रहता है ,वहां वह लोगों की सेवा कर उनके बीच सद्भावना जाग्रत करता है। एक आदर्श नागरिक आत्मसंयम का पालन करते हुए स्वयं को सामाजिक बुराईयों से दूर रखता है तथा ईर्ष्या ,द्वेष ,क्रोध ,अहंकार इत्यादि मानवीय अवगुणों से दूर रहता है।
आदर्श नागरिक के कर्तव्य
आदर्श नागरिक जहाँ एक ओर अपने नैतिक कर्तव्यों का पालन करता है वहां दूसरी ओर राज्य के कानूनों का भी ईमानदारीपूर्वक पालन करता है। वह समय पर करो का भुगतान करता है तथा करों की चोरी करना नैतिक दृष्टि से अपराध समझता है। वह कठोर परिश्रम कर स्वावलंबन का जीवन व्यतीत करता है तथा आर्थिक दृष्टि से किसी पर निर्भर नहीं रहता है।
आदर्श नागरिक ही आदर्श परिवार ,आदर्श समाज तथा राष्ट्र का निर्माण करते हैं। वे सदैव अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रहते हैं। उनकी सदैव यही इच्छा बनी रहती हैं कि संसार के सभी प्राणी सुखी हों ,सभी का कल्याण हो तथा कोई भी दुःख का भागी न बने।
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