Swami ki Dadi स्वामी की दादी

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Swami ki Dadi स्वामी की दादी


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स्वामी की दादी Summary Class 5 Hindi स्वामी की दादी पाठ का सारांश

स्वामी की दादी पाठ या कहानी में स्वामीनाथन और उसकी दादी का आपसी लगाव को चित्रित किया गया है | कभी स्वामीनाथन अपने दोस्त राजम और मणि की कहानी दादी को सुनाता है | तो कभी दादी स्वामीनाथन को उसके सब-मजिस्ट्रेट दादा की बहादुरी की कहानी सुनाती है | 

प्रस्तुत कहानी के अनुसार, स्वामीनाथन की दादी एक बंद-सी कोठरी में अपने सामान के साथ रहती थीं। उनके सामान में शामिल पाँच दरियाँ, तीन चादरें, पाँच तकियों वाला भारी-भरकम बिस्तर और दो बक्से थे | 

एक दिन रात में भोजन के बाद स्वामीनाथन अपनी दादी की गोद में सिर टेककर लेटा हुआ था और उनसे बातें
Swami ki Dadi स्वामी की दादी
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कर रहा था | स्वामीनाथन ने दादी को राजम और मणि की पहले दुश्मनी और फिर दोस्ती की कहानी सुनाई | उसने दादी को यह भी बताया कि राजम के पास सचमुच की पुलिस की वर्दी है | उसके पिता पुलिस अधीक्षक हैं | ऐसी बातों ने दादी को बहुत प्रभावित किया | उनको अपने पुराने दिन याद आने लगे | उन्होंने भी पुरानी कहानी बताना शुरू की | स्वामीनाथन के दादा रौबदार सब-मजिस्ट्रेट थे | उनके दफ़तर में पुलिस वाले काँपते हुए खड़े रहते थे | उन्होंने स्वामीनाथन को यह भी बताया कि उनके दादा जी से डरकर खूँखार से खूँखार डाकू तक भाग खड़े होते थे | स्वामीनाथन जब दादी की कहानी से ऊबने लगा, तब उसने बीच में ही दादी को रोक दिया और राजम के बारे में बताने लगा | स्वामीनाथन के मुताबिक राजम को गणित में 100 में से 90 अंक मिलते हैं | तभी दादी ने भी स्वामीनाथन को सलाह दी कि तुम्हें भी इतने अच्छे अंक लाने चाहिए | फिर दादी ने स्वामीनाथन के दादाजी के बारे में बताया कि वे कम से कम समय में सवालों का जवाब दे देते थे और एम.ए. पास करने पर उनको बड़ा मेडल मिला था | कई सालों तक उस मेडल को मैं गले में पहनती रही | फिर उसे तुम्हारी बुआ को दे दी, जो इतनी बेवकूफ़ निकली कि उसे गलवाकर उसने चूड़ियाँ बनवा ली थी | जब स्वामीनाथन दुबारा दादी की बातों से ऊबने लगा, तो उसने उन्हें फिर रोका और राजम के बारे में सुनने को बाध्य किया |

स्वामीनाथन के अनुसार, राजम ने बचपन में शेर मारा था | जब उसके पिता एक जंगल में डेरा डाले हुए थे, तो राजम भी उनके साथ था | दो शेर उन पर झपटे और एक ने पीछे से हमला करके उसके पिता को गिरा दिया | दूसरा शेर राजम का पीछा किया | राजम ने एक झाड़ी में छिपकर शेर को गोली से मार गिराया | राजम की बहादुरी वाली बातों पर भी जब दादी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी, तो स्वामीनाथन ने दादी से पूछा ---

" दादी क्या तुम सो गई...|"

" नहीं बेटा, सुन रही हूँ...|"

"अच्छा बताओ, कितने शेर आए थे ?"

" दो शेर राजम पर झपटे थे...|" --- दादी ने जवाब दिया | 

दादी के गलत जवाब से स्वामीनाथन उनसे गुस्सा हो गया | उसने दादी से कहा कि तुम इसीलिए ऐसा कर रही हो क्योंकि तुम राजम को पसंद नहीं करती | लेकिन जब दादी ने विश्वास दिलाया कि राजम सचमुच बहुत प्यारा लड़का है, तो स्वामीनाथन फिर खुश हो गया | उसके बाद दादी ने उसे हरिश्चंद्र की कहानी सुनाने लगीं | लेकिन बीच में ही स्वामीनाथन सो गया और खर्राटे भरने लगा | तत्पश्चात् दादी भी सो गई | 


स्वामी की दादी कहानी का उद्देश्य 

स्वामी की दादी पाठ में कहानीकार में आर.के.नारायण जी ने बताया है कि अपने बुज़ुर्गों के प्रति सम्मान व आदर का भाव रखना चाहिए | उनकी देखभाल करना चाहिए | उनके सानिध्य में रहकर हम प्रेरणादायक कहानियों के माध्यम से स्वयं को परिपक्व बना सकते हैं | हर अच्छे-बुरे में फ़र्क को जानकर अपने व्यवहार और व्यक्तिव को बेहतर बना सकते हैं | 


स्वामी की दादी के प्रश्न उत्तर

प्रश्न-1 “सच ? राजम बड़ा बहादुर लड़का है |" स्वामी को क्यों लगा कि दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही ?

उत्तर- दादी राजम की तारीफ़ नहीं करती तो स्वामीनाथन को विश्वास हो जाता कि वह राजम की कहानी सही ढंग से नहीं सुन रही थी, बल्कि सो रही थी | इसलिए दादी ने राजम की तारीफ़ कर दी, जिसे स्वामीनाथन समझ गया था कि दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही है | 

प्रश्न-2 मैडल से चूड़ियाँ बनवा लेने पर दादी ने बुआ को महामूर्ख क्यों माना ?

उत्तर- मैडल से चूड़ियाँ बनवा लेने पर दादी ने बुआ को महामूर्ख इसलिए माना क्योंकि वह मैडल स्वामी के दादा को एम. ए. करने पर मिला था | वह मैडल दादा की सफलता की निशानी था | लेकिन बुआ ने उसे गलवाकर मामूली सी चार चूड़ियाँ बनवा ली थी | 

प्रश्न-3 स्वामी ने राजम को ‘ऊँची चीज़’ माना | क्या तुम स्वामी की राय से सहमत हो ? अपने उत्तर के कारण लिखो | 

उत्तर-  जी, मैं स्वामी की राय से सहमत हूँ | स्वामी ने राजम को ‘ऊँची चीज़’ इसलिए माना है, क्योंकि राजम एक पुलिस अधीक्षक का बेटा था | उसके पास पुलिस की वर्दी भी थी | साथ ही साथ वह पढ़ने-लिखने में होशियार भी था | स्वामी के अनुसार, उसने शेर को भी मारा था | 

प्रश्न-4 स्वामी का अपनी दादी के साथ कैसा रिश्ता था ? तीन-चार वाक्यों में लिखो |

उत्तर-  प्रस्तुत कहानी के अनुसार, स्वामी का उसकी दादी से बहुत प्यारा,गहरा और आत्मीय रिश्ता था | वह दादी को बहुत प्यार करता था | दादी के पास वह खुद को सुरक्षित महसूस करता था | वे दोनों एक-दूसरे के अच्छे मित्र थे | 

प्रश्न-5 सब-मजिस्ट्रेट कौन होता है ? क्या वह पुलिस विभाग में होता है ? 

उत्तर- सब मजिस्ट्रेट एक जज होता है, जो दंडाधिकारी के रूप में भी स्थापित होता है | नहीं, वह पुलिस विभाग में नहीं होता है | 


स्वामी की दादी पाठ का शब्दार्थ 


• शानदार -             बहुत अच्छा, लाजवाब 
• खूँखार -              डरावना, ख़तरनाक
• दफ्तर -               ऑफिस, कार्यालय 
• अधीर -               बेचैन
• गड़बड़ -              उलटा-पुलटा
• परीक्षक -             जो परीक्षा के कॉपी जाँचते हैं
• चकित कर देना -   हैरान कर देना
• मुकाबले -            तुलना में 
• बेवकूफ -             मूर्ख
• ऊलजलूल -         बेकार, व्यर्थ 


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