राम कुमार वर्मा का जीवन परिचय राम कुमार वर्मा का जीवन परिचय रामकुमार वर्मा का साहित्यिक परिचय रामकुमार वर्मा हिंदी साहित्य dr ramkumar verma information in hindi ramkumar verma ka jeevan parichay in hindi Ramkumar Verma राम कुमार वर्मा हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध एकांकीकार ,नाटककार ,कवि व हास्य कवि के रूप में जाने जाते हैं।आपको हिंदी एकांकी विधा का जनक भी माना जाता है।
राम कुमार वर्मा का जीवन परिचय
राम कुमार वर्मा का जीवन परिचय रामकुमार वर्मा का साहित्यिक परिचय रामकुमार वर्मा हिंदी साहित्य dr ramkumar verma information in hindi ramkumar verma ka jeevan parichay in hindi Ramkumar Verma राम कुमार वर्मा हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध एकांकीकार ,नाटककार ,कवि व हास्य कवि के रूप में जाने जाते हैं।आपको हिंदी एकांकी विधा का जनक भी माना जाता है।आपको छायावादी कवियों में भी प्रमुख स्थान प्राप्त है।आपको शिक्षा व साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सन १९६३ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
रामकुमार वर्मा का जीवन परिचय
डा. रामकुमार वर्मा का जन्म मध्य प्रदेश सागर जिले में 15 नवम्बर सन् 1905 में हुआ था। इसके पिता का नाम लक्ष्मीप्रसाद वर्मा और माता का नाम श्रीमती राजरानी था।इनके पिता डिप्टी कलक्टर और बाद में असिटेन्ट कमिश्नर हो गये थे।आप विद्यार्थी काल से ही अत्यन्त मेधावी थे।काव्य की प्रेरणा इनमें बचपन से ही थी।आप तुलसी कृत रामचरितमानस तथा मीरा के पदों को बड़ी तन्मयता से पढ़ते और गाते थे।पठन-पाठन के अतिरिक्त अभिनेता बनने की आपकी प्रबल इच्छा थी।
हिन्दी साहित्य सम्मेलन,की प्रथमा परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के उपरान्त हिन्दी के प्रति इनमें रुचि अंकुरित हुई।सन् 1921 ई. में असहयोग आन्दोलन के समय इन्होंने अपना अध्ययन छोड़ दिया।पुनः सन् 1923 ई0 में हाईस्कूल और 1925 ई. में इन्होंने इण्टर की परीक्षाएँ उत्तीर्ण की।इसके पश्चात् आप प्रयाग आ गये और यहीं से बी0 ए0 तथा एम.ए. की परीक्षाएँ उत्तीर्ण की। एम. ए. की परीक्षा में आपका प्रयाग विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान रहा। हिन्दी साहित्य का अलोचनात्मक इतिहास पर नागपुर विश्वविद्यालय से आपको पी.एच.डी. की उपाधि मिली है। आप बहुत दिनों तक प्रयाग विद्यालय में हिन्दी विभागाध्यक्ष पद पर सुशोभित रहे।सन् 1963 में आपको भारत सरकार ने 'पद्मभूषण' की उपाधि से अलंकृत किया।प्रयाग विश्वविद्यालय से सेवा मुक्त होकर देश-विदेश में आप कई महत्पूर्ण पदों को सुशोभित करते रहे।आपका निधन ५ अक्टूबर सन १९९० में हुआ।
रामकुमार वर्मा की रचनाएँ
डा. वर्मा कवि, एकांकीकार, नाटककार, आलोचक आदि रूपों में हिन्दी साहित्य जगत में प्रसिद्ध हैं। कवि रूप में छायावादी और रहस्यवादी रचनाएँ करते हैं।आपकी प्रमुख काव्य रचनाएँ अधोलिखित हैं- वीर हमीद
- चित्तौड़ की चिता
- कुल ललना
- रूपराशि
- निशीथ
- एकलव्य
- चितवन
- अभिशाप
- अंजलि
- चित्ररेखा और
- चन्द्रकिरण।
डा. रामकमार वर्मा को एकांकीकार के रूप में विशेष ख्याति प्राप्त आप हिन्दी में एकांकी नाटकों के सही अर्थों में जन्मदाता भी माने जाते हैं। इनके नाटक तथा एकांकी नाटक अधोलिखित हैं:
- विभूति
- पथ्वीराज की आँखें
- सत्य का स्वप
- विजय पर्व
- रेशमी टाई
- चारुमित्रा
- सतकिरण
- आठ एकांकी
- चार ऐतिहासिक एकांकी
- ध्रुव तारिका
- रजत रश्मि
- रिमझिम
- दीपदान
- इन्द्रधनुष आदि।
Doctor ramkumar Verma kis gadya Vidya ke pramukh lekhak hai
जवाब देंहटाएंRamkumar sarma
जवाब देंहटाएं