जेब खर्च पर निबंध जेब खर्च के फायदे और नुकसान पर निबंध pocket money essay in hindi essay on pocket money advantages and disadvantages in hindi जेब खर्च एक ऐसी राशि है ,जो माता - पिता द्वारा अपने बच्चों की निजी खर्चों के लिए दिया जाता है .बच्चे इसे अपनी मर्ज़ी से खर्च करते हैं .बच्चे बचपन से ही धन की समझ विकसित कर पाते हैं .
जेब खर्च पर निबंध
Pocket Money Essay in Hindi
जेब खर्च पर निबंध जेब खर्च के फायदे और नुकसान पर निबंध pocket money essay in hindi essay on pocket money advantages and disadvantages in hindi जेब खर्च एक ऐसी राशि है ,जो माता - पिता द्वारा अपने बच्चों की निजी खर्चों के लिए दिया जाता है .बच्चे इसे अपनी मर्ज़ी से खर्च करते हैं .बच्चे बचपन से ही धन की समझ विकसित कर पाते हैं .स्वयं के धन की अनुभूति उनके अन्दर जागरूकता लाती है .यदि बच्चे समझदार हुए ,तो पैसों का दुरुपयोग न करके सदुपयोग ही करेंगे .
अपनी रूचि पर खर्च -
![]() |
जेब खर्च |
मेरे पिता जी एक सरकारी विद्यालय में अध्यापक है .उनकी आय बहुत ज्यादा नहीं है ,फिर भी मुझे स्कूल जाने के समय ५० रुपये रोज देते हैं ,जिसमें मेरे २० रुपये बस भाड़े में खर्च हो जाते हैं ,तो ३० रुपये मैं प्रतिदिन बचाता हूँ .पिता जी मुझे हमेशा पैसों के सदुपयोग करने की शिक्षा देते हैं .हांलाकि जेबखर्च के बचे हुए पैसों पर मेरा एकाधिकार रहता है तो मैं इसे रूचि के विषय पर खर्च करता हूँ।मुझे कहानिओं का शौक है ,अतः जेबखर्च से हर महीने ४-५ किताबें खरीद लेता हूँ।विज्ञान की पत्रिकाओं को मैं हर महीने खरीदता हूँ। इन पत्रिकाओं में विज्ञानजगत में घट रही घटनाओं का वर्णन रहता है ,जिसमें नये अविष्कारों व प्रगति की जानकारी मिलती है।इन विज्ञान पत्रिकाओं का ही असर है कि मैं अपनी कक्षा में विज्ञान में प्रथम आता हूँ और शिक्षकों का चहेता बना रहता हूँ।
भाई की मदद -
मेरा एक छोटा भाई है जिसे जेब खर्च नहीं मिलता है। अतः मैं अपने जेब खर्च से बचाकर भाई के साथ कई बार उसकी पसंद का खाना खाने जाता हूँ। उसे जो खिलौने पसंद आते हैं ,यदि मेरे पास पैसे बचे हो ,तो उसके लिए खरीद देता हूँ।
जेब खर्च के नुकसान -
जेबखर्च के जहाँ कई लाभ हैं ,वहीँ कुछ बच्चों द्वारा इसका गलत दुरुपयोग भी किया जाता है।उन्हें जो जेबचर्च के लिए पैसे दिए जाते हैं ,वह उनका सदुपयोग न करके सिनेमा देखने ,गन्दी आदतों जैसे - सिगरेट पीने ,जुआ खेलने ,शराब पीने जैसे आपराधिक काम करते हैं।वास्तव में ऐसे बच्चों पर माता -पिता की कड़ी निगरानी नहीं रहती है ,उन्हें सही संस्कार न मिलने के कारण वे जेब खर्च का गलत कामों में प्रयोग करने लगते हैं।पैसों की व्यावहारिक समझ -
जेब खर्च एक महत्वपूर्ण धनराशि है ,जिसमें बच्चों को धन की व्यावहारिक समझ विकसित मिलती है। भले ही धनराशि बहुत छोटी हो ,लेकिन बचत ,सदुपयोग और सही जगह पर सही खर्च की जानकारी बचपन में जेब खर्च से ही मिलती है। मेरे विचार से जेबखर्च सभी बच्चों को मिलता चाहिए ,जिससे वे पैसों की व्यावहारिक समझ विकसित कर सके।
विडियो के रूप में देखें -
COMMENTS