Self Help is The Best Help in Hindi

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Self Help is The Best Help in Hindi स्वयं सहायता स्थायी Importance of self help बालक को आत्म-निर्भर होना सिखाया जाए तब वह आत्म-विश्वास युक्त व्यक्ति बन जाता है। वह अन्य व्यक्तियों के परिश्रम का सम्मान करना सीख जाता है।Self Help is The Best Help Essay in Hindi स्वयं की सहायता सर्वश्रेष्ठ सहायता

स्वयं सहायता


Self Help is The Best Help in Hindi स्वयं सहायता स्थायी वैभव प्राप्ति की कुंजी स्वयं सहायता का दृष्टिकोण है। इसका अर्थ यह है कि व्यक्ति अपने अधिकांश कार्य को करवाने हेतु अन्य पर निर्भर नहीं करता। 

वह व्यक्ति जो अपने कार्य स्वयं अपने हाथ से करता है तथा अपना कार्य सम्पन्न करता है, वह अत्यधिक सुखी है। उसे अन्य व्यक्तियों पर अति असाधारण कार्य जैसे वस्त्र धोने, स्वच्छता रखने व भोजन पकाने जैसे कार्यो के लिये निर्भर नहीं होना पड़ता। 

आत्म निर्भर जीवन Self-reliant life - 

यदि किसी बालक को आत्म-निर्भर होना सिखाया जाए तब वह आत्म-विश्वास युक्त व्यक्ति बन जाता है। वह अन्य व्यक्तियों के परिश्रम का सम्मान करना सीख जाता है। वह उन समस्याओं के प्रति-जिनका व्यक्ति स्वयं अपना कार्य करते समय सामना करता है-सहानुभूतिपूर्ण हो जाता है।वह विद्यार्थी, जो अपने अध्ययन में घटिया विधियों व ‘शार्टकट' की सहायता लेता है, वह धीरे-धीरे इन स्रोतों पर निर्भर हो जाता है। जैसे-जैसे वह बड़ा होता है वह न तो कठिन परिश्रम के प्रति सम्मान विकसित करता है न ही उसका विकास सही मनुष्य के रूप में होता है। वह समाज के लिए बोझ बन जाता है। यह सत्य है कि आज के संसार में केवल इसी प्रकार के व्यक्ति धन अर्जित करते प्रतीत होते हैं। तथापि, यह भी सत्य है कि एक स्थिति ऐसी आती है जब वे जीवन के पूर्वाद्ध में सीखी गयी गलत आदतों के कारण कष्ट सहते हैं। 

अपनी ही शक्ति पर विश्वास Believe in his own power- 

जिस प्रकार की स्थिति व्यक्तियों के साथ है, उसी प्रकार की राष्ट्र के साथ है। यदि कोई राष्ट्र अपने विकास के लिए पूर्णतया विदेशी सहायता पर आश्रित रहता है तब वह महान व समृद्ध नहीं बन सकता। राष्ट्र को आत्म-निर्भरता की प्राप्ति हेतु अपनी ही शक्ति पर विश्वास करना होगा। यदि किसी राष्ट्र में धन व स्रोतों की कमी है तब वह अन्तर्राष्ट्रीय सहायता के द्वारा उन्हें प्राप्त करने की आशा कर सकता है। तथापि, यदि इसमें नैतिक साहस व परिश्रम के दृष्टिकोण का अभाव है तब वह अन्यों से भिक्षा याचना कर इसे प्राप्त नहीं कर सकता। प्रगति करने हेतु राष्ट्र को अपने मानवीय व प्राकृतिक स्रोतों के विकास पर सजगतापूर्वक ध्यान देना होगा। इसे अपने ऋण व आन्तरिक स्रोतों को सोच-समझकर उपयोग में लाना पड़ेगा, ताकि एक ऐसी स्थिति आ जाए जब उस राष्ट्र को बाह्य सहायता की आवश्यकता न पड़े।  

आत्म सहायता का महत्व Importance of self help -

यदि हमें अच्छे नागरिक व अच्छे राष्ट्र में विकसित होना है, तब हमें आत्म-सहायता के मूल्य व महत्व को सीखना होगा। 


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