tag:blogger.com,1999:blog-67558207850268264712024-03-18T22:20:56.318+05:30हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrikaहिन्दीकुंज (Hindikunj.com)हिंदी साहित्य की सेवा में समर्पित वेब की एक हिंदी साहित्यिक पत्रिका है,जो की कोलकाता से प्रकाशित की जाती है, जहाँ आप को हिंदी साहित्यकारों का परिचय एवं उनकी रचनाओ का आस्वाद मिलता है| Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.comBlogger6644125tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-14789532217638742142024-03-18T11:58:00.002+05:302024-03-18T22:20:25.005+05:30निबंध कैसे लिखें? निबंध लिखने का सही तरीकानिबंध कैसे लिखें? निबंध लिखने का सही तरीकानिबंध गद्य की एक साहित्यिक विधा है जिसमें किसी विषय का क्रमबद्ध और सुसंगत तरीके से विवेचन किया जाता है। यह एक गद्य रचना है जिसमें लेखक अपने विचारों, भावनाओं, अनुभवों और तथ्यों को एक व्यवस्थित ढंग से प्रस्तुत करता है।निबंध की मुख्य विशेषताएं:विषय: निबंध का आधार कोई एक विषय होता है। यह विषय सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, साहित्यिक, या किसी अन्य Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-27144474250816374222024-03-17T17:08:00.001+05:302024-03-17T17:08:22.926+05:30मेहनती मजदूर | हिंदी कवितामेहनती मजदूरफुर्सत नहीं मिलती उन्हे मज़दूरी सेपेट भर खाने के लिए दिन-रात लगे रहते हैं,काम मिलने ना मिलने की चिंता हो,या बच्चों की परवरिश की चिंता,अपने बच्चों की इच्छाओं को पूर्ण करनाउन मजदूरों की बड़ी जिम्मेदारी है।दिन की चढ़ती धूप , कपांने वाली ठंडवे बरसात के दिन, फिर भी वह,ईंट, पत्थर, बजरी के बड़े-बड़े तसलेभर-भर के आनन्द से ढोते हैं ।कम पैसों में भी काम करने को भीवे मजबूर हो जाते हैं,उस Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-7259030002651994082024-03-16T19:17:00.002+05:302024-03-16T19:17:20.689+05:30समानांतर रेखाएं एकांकी सत्येंद्र शरतसमानांतर रेखाएं एकांकी सत्येंद्र शरतसमानांतर रेखाएं एकांकी सत्येंद्र शरत ने हिन्दी एकांकी-साहित्य के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके द्वारा रचित 'समानान्तर रेखाएँ' एक ऐसा एकांकी है जिसमें मध्यम वर्ग के एक परिवार की झाँकी प्रस्तुत की गई है जो आधुनिक सामाजिक परिवेश में खरी उतरती है। लेखक ने समाज के इस वर्ग की पीड़ा को समझा है और इस एकांकी में उसे उजागर किया है। प्रस्तुत एकांकी में Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-77296693826454343162024-03-16T18:56:00.000+05:302024-03-16T18:56:32.980+05:30वीर बालक एकांकी डॉ रामकुमार वर्मावीर बालक एकांकी डॉ रामकुमार वर्मावीर बालक एकांकी एक 10 वर्षीय बालक की कहानी है जो देशभक्ति से ओतप्रोत है। वह देश के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को समझता है। जब देश पर आक्रमण होता है, तो वीर बालक अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए युद्ध में शामिल होने का फैसला करता है। वह अपने माता-पिता, दादा, शिक्षक और मित्रों से प्रेरणा और समर्थन प्राप्त करता है। वीर बालक वीरता से लड़ता है और शत्रुओं को Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-73747545098544303282024-03-15T21:03:00.004+05:302024-03-15T21:03:44.820+05:30इलेक्टोरल बॉन्ड: एक विवादास्पद मुद्दाइलेक्टोरल बॉन्ड: एक विवादास्पद मुद्दाइलेक्टोरल बॉन्ड भारत में राजनीतिक दलों को चंदा देने का एक तरीका है। यह 2018 में केंद्र सरकार द्वारा पेश किया गया था। इलेक्टोरल बॉन्ड को पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए पेश किया गया था।इलेक्टोरल बॉन्ड कैसे काम करते हैं:इलेक्टोरल बॉन्ड भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की शाखाओं से खरीदे जा सकते हैं।बॉन्ड 1,000 रुपये, 10,000 रुपये, 1 लाख रुपये, 10 लाख रुपये और 1 करोड़ Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-45400599511308503062024-03-15T12:41:00.005+05:302024-03-15T12:42:14.814+05:30एक विद्यार्थी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए?एक विद्यार्थी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए ?एक विद्यार्थी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए छात्र जीवन शिक्षा ग्रहण करने का महत्वपूर्ण चरण होता है। इस दौरान, छात्र अपना भविष्य गढ़ते हैं और सफलता प्राप्त करने की नींव रखते हैं। सफलता प्राप्त करने के लिए, एक छात्र को अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित रखना अत्यंत आवश्यक है। एक उचित दिनचर्या छात्र को एकाग्रता, आत्मविश्वास और सकारात्मकता प्रदान करती है।दिनचर्या का Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-41901089102348480902024-03-15T08:23:00.006+05:302024-03-15T08:24:50.016+05:30भारत में चंदे के रूप में राजनीतिक भ्रष्टाचारभारत में चंदे के रूप में राजनीतिक भ्रष्टाचार : एक बड़ी चुनौतीभारत में राजनीतिक चंदे के रूप में भ्रष्टाचार एक गंभीर समस्या है जो लोकतंत्र को कमजोर करती है और नीति-निर्माण में अनुचित प्रभाव डालती है। यह विभिन्न रूपों में प्रकट होता है, जैसे:अज्ञात स्रोतों से चंदा: राजनीतिक दलों को अज्ञात स्रोतों से बड़ी मात्रा में चंदा मिलता है, जिससे पारदर्शिता की कमी होती है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है।Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-82906258456981897662024-03-15T07:57:00.000+05:302024-03-15T07:57:38.927+05:30टूटते परिवार आज के युग की एक कड़वी सच्चाईटूटते परिवार आज के युग की एक कड़वी सच्चाईआज के युग में टूटते परिवार एक चिंताजनक वास्तविकता बन गया है। पहले जहां संयुक्त परिवारों का बोलबाला था, वहीं आज एकल परिवारों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। यह बदलाव समाज के लिए हानिकारक है, क्योंकि परिवार ही समाज की आधारशिला है।आज के युग में भौतिकता, अदूरदर्शिता एवं स्वार्थ- सुख के प्रलोभन में परिवार टूटते जा रहे हैं। संयुक्त परिवार धीरे-धीरे एकल Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-86584574976611798872024-03-13T21:53:00.002+05:302024-03-13T21:53:34.150+05:30भारतीय राजनीति में महिलाओं की भूमिका पर निबंधराजनीति में महिलाओं की भूमिका पर निबंधराजनीति में महिलाओं की भूमिका पर निबंध आजादी मिलने के पहले से ही भारतीय नारी राजनीतिक जीवन में भाग लेने लगी थी। भारतीय स्त्रियों ने असहयोग आन्दोलन, विदेशी वस्त्र बहिष्कार करने, जेल जाने, प्रदर्शन, नारेबाजी, जुलूस आदि में भाग लिया। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने राष्ट्रीय फौज में लक्ष्मी सहगल को कैप्टन के पद पर नियुक्त करके स्त्रियों के लिए एक नया रास्ता खोल दिया।Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-73066504583362667262024-03-13T21:32:00.003+05:302024-03-13T21:32:57.155+05:30तुलसीदास अपने युग के लोकनायक थेतुलसीदास अपने युग के लोकनायक थेतुलसीदास अपने युग के लोकनायक थे जब कोई समाज अपनी उन्नति का मार्ग नहीं ढूँढ़ पाता तब उसे जो व्यक्ति वास्तविक मार्ग दिखाता है वह समाज का लोकनायक माना जाता है। जिस युग में तुलसीदास ने 'रामचरितमानस' की रचना की थी उस युग में भारतीय समाज अपने प्राचीन गौरव, भारतीय प्राचीन आदर्श परम्परा और उस दर्शन को भूल चुका था, जिसका प्रकाश भारत के प्राचीन ऋषियों ने फैलाया था। आपसी Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-41146818004599082822024-03-13T21:14:00.001+05:302024-03-13T21:14:27.658+05:30कवयित्री के अंधभक्त | हिंदी व्यंग्य लेखकवयित्री के अंधभक्तएक भारतीय कवयित्री हैं। फेसबुक पर रचना के साथ एक सौंदर्ययुक्त तस्वीर पोस्ट करते ही मिनटों में सैकड़ों लाइक कमेंट्स। हम चकरा गए। बहुत बड़ा गेम। इ सब सौंदर्य का खेल है। इ सब लगता है अंधभक्त हैं क्या? रचना पर लाइक कमेंट्स आता है कि सौन्दर्य पर। हमने पूछ लिया कवयित्री से इ क्या माजरा है देवी जी। बोली.. इ सब मेरी रचनाओं का बिग पॉवर है। हमने कहा...बिना देखे सब कुछ देख लेते हैं। Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-39269176468838212102024-03-12T17:47:00.003+05:302024-03-13T21:14:04.030+05:30भारत रत्न मिल रहा है | व्यंग्य रचनाभारत रत्न मिल रहा हैका हो भाई साहब ! भारत रत्न मिल रहा है सुना हूं। चुनाव का बिगुल बजा है का ? रेवड़ी की तरह बंट रहा है। कुछ इधर भी मिल जाता तो हम अमर हो जाते। हो जाता कोई जुगाड तो बताओ यार।कुछ लोग कह रहे हैं कि बड़का-बड़का लोग पा रहे हैं। जिनका सरकार से कुछ गहरा नाता है। कौनऊ सोर्स की जरूरत नहीं बा। सब ओके बा। जब बड़का-बड़का लोगन के मिल रहा है तो हमार बड़का बाबू हैं। का कमी है। प्रधान रहे। दस Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-85818657312463692462024-03-12T16:55:00.003+05:302024-03-12T16:55:44.501+05:30सरकारी अड़चनों में उलझ कर रह गया जन वितरण प्रणाली का लाभसरकारी अड़चनों में उलझ कर रह गया जन वितरण प्रणाली का लाभकेंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन दिया जा रहा है. माना जाता है कि इस योजना ने गरीबों के सामने भोजन की समस्या का हल कर दिया है. हालांकि इससे पहले भी देश में जन वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीब और वंचित तबके को सस्ते में राशन उपलब्ध कराया जाता रहा है. दावा किया जाता है कि इस Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-8640165788989035612024-03-11T19:37:00.003+05:302024-03-13T22:06:30.251+05:30सफ़ेद सदाबहारसफ़ेद सदाबहारइस बार जब मैं प्रवास पर गया तब छत्तीसगढ़ के एक गाँव कोरबी में मेरे एक दोस्त के घर मुझे सफेद फूल वाला सदाबहार का पौधा दिखा।मैं बहुत समय से सफेद सदाबहार के पौधे की तलाश में था। मेरे पास जामुनी सदाबहार फूल का पौधा बहुत समय से है।ऐसा सुना है कि इन पौधों की पांच पत्तियाँ या फूल चबाकर रोज सुबह खाली पेट खाने से डायबिटीज की बीमारी समूल नष्ट हो जाती है और मरीज को उस बीमारी से सर्वदा को लिए Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-18741944877520473912024-03-11T19:20:00.002+05:302024-03-11T19:20:54.134+05:30रोजगार से वंचित महिलाएं मजदूरी को मजबूररोजगार से वंचित महिलाएं मजदूरी को मजबूरहमारे देश में आबादी के अनुपात में रोजगार प्राप्त करना सबसे बड़ी चुनौती है. चीन को पछाड़ कर हम आबादी के मामले में भले नंबर एक हो गए हों, लेकिन रोजगार के मामले में हमारी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. शहरों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में यह समस्या और भी तेजी से बढ़ती नजर आ रही है. यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकतर पुरुष रोजगार के लिए बड़े शहरों की ओर पलायन Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-78398891084193975252024-03-11T09:25:00.001+05:302024-03-11T09:25:24.006+05:30चन्ना सर | हिंदी कहानीचन्ना सरछठी कक्षा में मेरा प्रवेश सरकारी “आदर्श उच्चतर विद्यालय” में हुआ था । उन दिनों मे लगातार कई वर्षों तक बोर्ड परीक्षाओं मे अच्छा रिजल्ट देने पर विद्यालयों को “आदर्श विद्यालय” घोषित किया जाता था। इस कारण से विद्यार्थियों को परीक्षा में कठिन मापदंडों से गुजरना होता था। चरनजीत (चन्ना "सर") मेरी कक्षा में पढता था । चरनजीत को "सर" की Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-42541891493419590312024-03-11T09:07:00.000+05:302024-03-11T09:07:31.978+05:30दौड़ उपन्यास में व्यक्त समस्या | ममता कालियादौड़ उपन्यास में व्यक्त समस्या | ममता कालिया ममता कालिया द्वारा लिखित उपन्यास "दौड़" आधुनिक समाज की विभिन्न समस्याओं का एक गहन चित्रण प्रस्तुत करता है। यह उपन्यास व्यक्तिगत, सामाजिक, राजनीतिक, पर्यावरणीय, आर्थिक और शैक्षिक स्तर पर अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करता है।व्यक्तिगत स्तर परआधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनाव: उपन्यास के पात्र जीवन की दौड़ में लगातार भागते रहते हैं, जिसके कारण Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-18437105498592787842024-03-10T19:50:00.000+05:302024-03-10T19:50:10.739+05:30कसक | हिंदी कहानीकसकबसंत का आगमन हो चुका था, शीत ऋतु अपने अंतिम चरण पर थी, हवा में हल्की सी ठंडक अभी भी बाकी थी, साँझ ढलने लगी थी। सुष्मिता छत पर बने हुए गेस्ट रूम की उस बड़ी से खिड़की के सामने आराम कुर्सी पर बैठकर, खिड़की से बाहर एकटक निहार रही थी। आज घर में उत्सव जैसा माहौल था, क्योंकि सुष्मिता अपने दोनों बच्चों के साथ मायके आई हुई थी। मां-बाबा और भैया-भाभी सबका अपरिमित प्रेम सुष्मिता को प्राप्त था। भाभी ने Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-4368926778227459092024-03-10T09:23:00.005+05:302024-03-10T09:24:19.214+05:30होली को सादगी से मनाने के 10 तरीकेहोली को सादगी से मनाने के 10 तरीकेहोली रंगों का त्यौहार है, जो खुशी और उत्साह का प्रतीक है। इसे पारंपरिक रूप से रंगों, पानी, मिठाइयों और संगीत के साथ मनाया जाता है। लेकिन, यदि आप इस त्यौहार को सादगी से मनाना चाहते हैं, तो आप कुछ सरल तरीकों से भी इसका आनंद ले सकते हैं।1. रंगों का कम इस्तेमाल :पानी बचाने के लिए सूखे रंगों का इस्तेमाल करें।गुलाल, फूलों और हर्बल रंगों का प्रयोग करें, जो त्वचा और Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-90141110529014418922024-03-10T09:02:00.000+05:302024-03-10T09:02:08.452+05:30परित्यक्ता | हिंदी कहानीपरित्यक्ता | हिंदी कहानीसर्दियों की रात थी मैं रसोई मे माँ के साथ बैठकर भोजन के पश्चात अंगीठी पर हाथ सेक रहा था। शिशिर ऋतु अपने अवसान पर थी, फिर भी मौसम में काफी ठंडक थी। माघ का महिना चल रहा था, शिवरात्रि की तैयारियां जोरों से चल रही थी और होली अभी कुछ हफ्ते दूर थी ।अचानक मेरे कानों मे कहीं से एक जानी-पहचानी सुरीली गीत ध्वनि लहराती हुई आई। गीत वही पुराना होरी गीत था जिसे अक्सर चमेली Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-21912362614513166972024-03-10T08:38:00.001+05:302024-03-10T08:38:17.209+05:30ईमानदार चोर | हिंदी कहानीईमानदार चोरपंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित पूरे गांव और आसपास के छोटे-बड़े नगलों में श्री सत्यनारायण की कथा के लिए विख्यात थे। वह बड़े ही भाव-विभोर होकर कथा का पाठ करते थे। उन्हें कथा पाठ करते समय पत्रिका की आवश्यकता नहीं होती थी। कथा वचान करते समय वह आंखें मूंद लेते बड़े ही मगन होकर गद्य को लयबद्ध ढंग से सुनाते चले जाते थे, सुखासन में बैठे वाचन करते हुए पंडित जी कभी दाएं घुटने और कभी बाएं घुटने की ओर झुकHindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com6tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-5683334269505376882024-03-07T19:35:00.004+05:302024-03-07T19:36:00.555+05:30महाशिवरात्रि: भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का उत्सवमहाशिवरात्रि: भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का उत्सवहिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक, महाशिवरात्रि, भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। यह हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। 2024 में, महाशिवरात्रि 8 मार्च को मनाई जाएगी।महाशिवरात्रि का महत्वभगवान शिव का विवाह:धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआHindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-43777092914914384792024-03-07T19:25:00.003+05:302024-03-12T17:33:19.968+05:308 मार्च को महिला दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है8 मार्च महिला दिवस एक प्रेरणा एक उत्सव एक संघर्ष8 मार्च को महिला दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है 8 मार्च, एक ऐसा दिन जो महिलाओं के लिए प्रेरणा, उत्सव और संघर्ष का प्रतीक बन गया है। यह दिन महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और महिलाओं को सशक्त बनाने का अवसर प्रदान करता है।इतिहास की ओर नज़र8 मार्च को महिला दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत 1908 में हुई थी। न्यूयॉर्कHindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-42990830499943941912024-03-06T09:01:00.003+05:302024-03-06T09:01:50.684+05:30अनुवाद क्या है अनुवाद की उपयोगिता पर प्रकाश डालिए?अनुवाद क्या है अनुवाद की उपयोगिता पर प्रकाश डालिए ? एक शब्द है charge, इसके फिजिक्स, केमिस्ट्री ,प्रशासन इंजीनियरिंग, कानून व्यवस्था में भिन्न-भिन्न अर्थ हैं ,अर्थात शब्द जिस वाक्य में प्रयोग होगा के क कॉन्टेक्स्ट context के अनुसार ही वह अपना अर्थ ग्रहण करेगा। Hindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-55090692000783753142024-03-06T08:45:00.001+05:302024-03-06T08:45:40.098+05:30कुंडली में अष्टम भाव भाव क्या है, जानिए इसके रहस्यआयु भाव के विभिन्न आयामकुंडली का आठवाँ भाव आयु भाव के नाम से विख्यात है, लेकिन आठवाँ भाव आयु के साथ-साथ जीवन के अनेक आयामों को अपने अंदर समेटे हुए है। जीवन में अचानक होने वाले परिवर्तनों की संभावनाओं के संकेत इसी भाव से मिलते है । यह भाव छिद्र भाव भी कहलाता है, जीवन की अनेक गोपनीय बातें, रहस्य, शोध, अनुसंधान इत्यादि इस भाव में समाहित होते हैं। मृत्यु का भाव भी यही है। आठवाँ भाव मृत्यु प्राप्ति काHindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.com0