tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post3955365855105034484..comments2024-03-29T10:40:26.662+05:30Comments on हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika: नई सदी के हिंदी साहित्य की बदलती प्रवृत्तियाँHindikunjhttp://www.blogger.com/profile/17430170217452544378noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6755820785026826471.post-33813822546985575552019-12-30T15:09:00.084+05:302019-12-30T15:09:00.084+05:30मेरा मानना है कि जो साहित्य सम्बेदना से ओतप्रोत नह...मेरा मानना है कि जो साहित्य सम्बेदना से ओतप्रोत नहीं होगा वह परिपक्व नही हो सकता किन्नरों पर लिखी गई<br />कहानी विदा महाराज शिव प्रसाद सिंह का सशक्त उदाहरण है और साहित्य पे आब बंधुओं ने जो गोष्टी लेख प्रस्तुत किया है वह तर्कसंगत सराहनीय कदम है इससे साहित्य सेवियों को भी ऊर्जा मिलेगी सधन्यवादAnand jalalpurihttps://www.blogger.com/profile/12796889198941472513noreply@blogger.com