जामुन का पेड़

SHARE:

जामुन का पेड़ कहानी का उद्देश्य जामुन का पेड़ कहानी का सारांश जामुन का पेड़ सारांश जामुन का पेड़ कहानी ka saransh जामुन का पेड़ कृष्ण चंदर जामुन का पेड़ kahani जामुन की खेती जामुन का पेड़ समरी इन हिंदी jamun ka ped krishan chander jamun ka ped full story jamun ka ped writer jamun ka ped saransh jamun ka ped in hindi pdf jamun ka ped questions jamun ka ped in english jamun ka ped author

जामुन का पेड़

जामुन का पेड़ प्रसिद्ध कथाकार कृष्ण चंदर जी द्वारा लिखी गयी एक हास्य -व्यंग रचना है . इस कहानी में उन्होंने आज के सरकारी महकमे तथा उनकी कार्यशैली पर करारा व्यंग किया गया है . कथा का प्रारंभ सेक्रेटेरियट के लॉन में जामुन के पेड़ के नीचे एक आदमी के दब जाने से होता है . माली भाग कर क्लर्क ,क्लर्क सुपरिंटेंडेंट को इस प्रकार खबर पहुँचते -पहुँचते  ऊपर तक पहुंचाई जाती है . लोग इकठ्ठा हो जाते है . लोग जामुन के फलों को याद कर दुःख प्रकट करते हैं . माली उस पेड़ के नीचे आदमी को बचने का प्रयास करता है ,लेकिन कोई उसकी सहायता नहीं करता है . सुप्रि अपने बड़े अधिकारी से आज्ञा लेने की बात कहकर पेड़ हटाने की बात मन कर देता है .इसी प्रकार यह बात मिनिस्टर तक पहुंची ,लेकिन मामला जस का तस रहा .पेड़ को कृषि विभाग की संपत्ति बता कर पेड़ हटाने की जिम्मेदारी उस विभाग पर थोप दी गयी .कृषि विभाग ने कहा की पेड़ व्यापार विभाग के लॉन में हैं . अतः इस हटाने की जिम्मेदारी भी उनकी ही है .पुनः फाइल भेजी गयी .कोई काम हुए बिना कर्मचारी बड़ी ही लापरवाही से वक्त बर्बाद करते रहते हैं . सम्बंधित अधिकारी किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेते . हर विभाग अपनी जिम्मेदारी दूसरे विभाग के ऊपर डालकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है . इस कारण कभी भी कोई काम वक्त पर पूरा नहीं हो पाता.
कार्यालय और उनके कर्मचारिओं के इस रैवाए से आम आदमी के जीवन पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है . लेखक ने इस कहानी में आम आदमी की मुश्किलों से समाधान के प्रति सरकारी कराय्लारों की उदासीनता तथा लालफीताशाही को मनोरंजन शैली में प्रस्तुत किया है . इस प्रकार कहानी में विश्वसनीयता न होते हुए भी हास्य से पूर्ण है और हमें यह सन्देश देती है सरकारी काम काज में अन्यावाश्यक विस्तार किया जाता है ,जो की आम आदमी की समस्याओं को हल करने के लिए न होकर उन्हें और ज्यादा परेशां करने के लिए तथा कष्ट पहुचने के लिए है . अतः सरकारी व्वस्था बोझ बन गयी है .

जामुन का पेड़ शीर्षक की सार्थकता

 जामुन का पेड़ कृष्ण चंदर की प्रसिद्ध कहानियों में से एक है . कहानी की सभी घटनाएँ जामुन के पेड़ के आस पास ही घूमती रहती हैं. जामुन के पेड़ का गिरना और उसके नीचे एक आदमी का दब जाना और फिर उसे गिरे हुए जामुन के पेड़ की समस्या को लेकर इस कहानी का ताना बाना बुना गया है . जामुन के पेड़ को काट दिया जाय या नहीं काटा जाया  , इस तरह के कई सवाल - जबाब उठ जाते है और अंत में जब जामुन के पेड़ के नीचे दबे आदमी को बचाने के लिए प्रधानमंत्री जी की ओर आदेश आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है . वह आदमी दम तोड़ देता है . इस प्रकार कहानी के आरंभ से अंत तक कहानी का शीर्षक जामुन का पेड़ अपनी सार्थकता एवं औचित्य को सिद्ध करता रहता है .

माली का चरित्र चित्रण

 जामुन का पेड़ कहानी एक व्यंग हास्य कहानी है . इसमें बहुत सारे पात्र आते है ,जिसमे माली ,सुपरिंटेंडेंट ,क्लर्क ,चपरासी ,सेक्रेटरी ,चीफ़ सेक्रेटरी आदि पात्र सामने आते है . कहानी में माली को छोड़ कर बाकी लापरवाही ,कामचोर ,सुस्त और काम को एक दूसरे के ऊपर लादने की प्रवृति रखते हैं . .जिसका परिमाण यह होता है पेड़ के नीचे दबे हुए आदमी को अपनी जान गवानी पड़ती है . इसी कहानी में मुख्य रूप से माली का चरित्र उभरकर सामने आता है जो की दयावान ,संवेदनशील है . वह दबे हुए आदमी को बचाने का प्रयत्न करता है ,लेकिन वह गरीब आदमी है और न ही उसके पास कोई अधिकार है . इसी लिए वह चाहकर भी कोई काम नहीं कर पाटा है . कहानी के आरम्भ से लेकर अंत तक वह दबे हुए आदमी को भोजन कराता है ,उसके साथ दुःख सुख बांटता है . .उसके प्रति सहानुभूति रखता है . अपने हाथों से उसके मुँह में खाना डालता है . अतः यह कहा जा सकता है की कहानी में माली एक सामान्य व्यक्ति होते हुए भी अपनी दयालुता तथा मानवता के कारण पाठकों के ह्रदय में घहरी छाप छोड़ता है .

प्रश्न उत्तर

 प्र.१.माली ने सवेरे उठकर क्या देखा ?

उ. माली ने सवेरे उठकर देखा कि जामुन का पेड़ गिर गया गया थ और उस पेड़ के नीचे एक आदमी दबा हुआ कराह रहा था . माली उस आदमी की मदद के लिए दौड़ा- दौड़ा चपरासी के पास गया . वह सबकी मदद लेकर गिरे हुए आदमी को बचाना चाहता है .

प्र.२.जामुन का पेड़ कैसे गिर गया ?

उ. रात को बड़े जोर से आंधी आई और उस आँधी के कारण जामुन का पेड़ गिर गया . उस पेड़ के नीचे एक आदमी दब गया था जो दर्द से कराह रहा था .

प्र. ३.दबे हुए आदमी को देखकर माली तथा अन्य लोगों की क्या प्रतिक्रिया हुई ?

उ. दबे हुए आदमी को देखकर माली दौड़कर चपरासी के पास गया।  चपरासी दौड़कर क्लर्क के पास गया , क्लर्क दौड़कर सुपरिंटेंडेंट के पास गया और सुपरिंटेंडेंट दौड़कर लॉन में आया। मिनटों में ही पेड़ के नीचे व्यक्ति के चारों ओर भीड़ जमा हो गयी।


प्र.४.माली ने पेड़ को हटाने के लिए क्या सुझाव दिया ? उसकी बातें क्यों नहीं मानी गयी ?

उ. माली ने पेड़ को हटाने का सुझाव दिया की पेड़ को काट पर दबे हुए आदमी की जान बचायी जाए . माली को सुपरिंटेंडेंट ने यह कह कर रोक लिया जब तक वह अपने बड़े अधिकारी से पेड़ हटवाने का आदेश नहीं ले लेता तब तक पेड़ नहीं हटाया जाएगा .

प्र. ५. दबा हुआ आदमी कौन था ? उसने क्या आपत्ति प्रकट की ?

उ.  दबा हुआ आदमी एक लावारिस शायर था।  उसने यह आपत्ति प्रकट की "मगर इस तरह तो मैं मर जाऊँगा। "

प्र.६. माली की ख़ुशी का क्या कारण था ?

उ. जब माली को पता चला कि फारेस्ट डिपार्टमेंट के आदमी कल इस पेड़ को आकर काट देंगे और दबे हुए व्यक्ति की जान बच जायेगी तो वह बहुत खुश हुआ।  

प्र. ७.माली किस बात पर चकित हुआ ?

उ.  दबे हुए आदमी ने एक शेर बोलकर यह बताया कि हमें तुम कब निकालोगे ,जब मर जायेंगे तब।दबा हुआ आदमी एक आह भर कर आहिस्‍ते से बोला- ‘’हमने माना कि तगाफुल न करोगे लेकिन खाक हो जाएंगे हम, तुमको खबर होने तक।‘’  इस बात को सुनकर माली चकित हुआ ,यह जानकर कि दबा हुआ आदमी एक गुमनाम शायर है।  

प्र.८.विदेश विभाग ने पेड़ काटने पर क्यों रोक लगा दी ?

उ.विदेश विभाग ने पेड़ काटने पर रोक लगा दी क्योंकि उनका कहना था की जामुन का पेड़ पिटोनिया राज्य के प्रधानमंत्री ने लगाया था अतः पेड़ केकाटने पर उस देश के साथ सम्बन्ध बिगड़ जायेंगे .

प्र.९.जामुन के पेड़ कहानी के माध्यम से लेखक ने क्या सन्देश देना चाहा है ?

उ. जामुन का पेड़ कृष्ण चंदर जी द्वारा लिखी गयी प्रसिद्ध कहानी है . यह पूरी  तरह से व्यंग प्रधान कहानी है ,जिसमें उन्होंने सरकारी कार्यालयों के कामकाज पर गहरा व्यंग किया है . कार्यालय के कामकाज में जो औपचारिकता और बेकार कार्यप्रणाली है वह अंततः आम आदमी के लिए लिए कष्टदायक है . एक आदमी जो कि जामुन के पेड़ ने नीचे दब गया है ,उसे निकालने के बजाय उसकी फिल्यें एक विभाग से दूसरे विभाग में घूमती रहती है .अंत में जब उसकी फाइल पूर्ण होती है तो उसकी मौत हो जाती है . अतः यह नौकरशाही की सवेंदान्हीनता है .इसी अमानवीयता से बचने के सलाह कहानीकार ने दी है . हमें सदा मानवीयता का सहारा लेना चाहिए .

प्रश्न- १० बेचारा जामुन का पेड़। कितना फलदार था।और इसकी जामुनें कितनी रसीली होती थीं।

(क)- ये संवाद कहानी के किस प्रसंग में आए हैं ?
(ख)- इससे लोगों की कैसी मानसिकता का पता चलता है ?

उत्तर -(क)- एक सुबह आँधी के कारण जामुन का पेड़ सेक्रेटेरियेट के लॉन में गिर जाने के कारण उस पेड़ के नीचे एक आदमी दब गया था। माली सुबह उस आदमी को फंसा देखकर सभी को सूचना प्रेषित करता है। जैसे ही सबको इस बात का पता चला तो सभी उस पेड़ के पास इकट्ठे हो गए तथा पेड़ के बारे में चर्चा करने लगे।

(ख)- इन बातों से लोगों की संवेदनहीन व चेतनाशून्य मानसिकता का पता चलता है। लोग पेड़ के नीचे दबे हुए उस आदमी के बारे में न सोचकर जामुन के पेड़ के गिरने से हुए नुकसान व उसके फल के बारे में सोच रहे थे कि कितना फलदार वृक्ष था अब उन्हें जामुन खाने नहीं मिलेंगे। इससे पता चलता है कि वे लोग कितने स्वार्थी व संवेदनहीन मानसिकता के थे |

प्रश्न- ११ दबा हुआ आदमी एक कवि है, यह बात कैसे पता चली और इस जानकारी का फाइल की यात्रा पर क्या असर पड़ा ?

उत्तर- प्रस्तुत पाठ के अनुसार, माली एक रात दबे हुए आदमी को खिचड़ी खिलाते हुए बता रहा था कि मामला ऊपर तक चला गया है। कल सेक्रेटरियों की मीटिंग होगी | उम्मीद है कि सबकुछ ठीक हो जाएगा। माली के इस बात पर दबे हुए आदमी ने कराहते हुए एक शायरी लहज़े में जवाब दिया। यह सुनकर माली ने उससे पूछा कि क्या वो शायर है ?  तभी उस आदमी ने हां कहा। फिर क्या था, माली ने चपरासी को यह बात बता दी, उसने किसी और को इस प्रकार सभी को इस बात का पता चल गया।

अत: परिणाम यह निकला कि जो मामला सुलझने वाला था, उसमें और देरी होने की संभावना बढ़ गई | पेड़ से दबे हुए आदमी के कवि होने से फाइल एग्रीकल्चर, व्यापार, हॉर्टीकल्चर जैसे विभागों से गुज़रते हुए आखिरकार कल्चरल विभाग तक आ पहुँची | निर्णय लेने में देरी होने के कारण दबा हुआ आदमी अधिक दिन तक जीवित नहीं रह सका और अंततः उसे मौत का सामना करना पड़ा |

प्रश्न-१२ कृषि-विभाग वालों ने मामले को हॉर्टीकल्चर विभाग को सौंपने के पीछे क्या तर्क दिया ?

उत्तर- प्रस्तुत पाठ के अनुसार, कृषि विभाग वालों ने मामले को हॉर्टीकल्चर विभाग को सौंपने के पीछे यह तर्क दिया कि कृषि विभाग अनाज और खेती-बाड़ी के मामलों में फैसला करने का हकदार है | जामुन का पेड़ चूँकि एक फलदार पेड़ था, इसलिए यह मामला हॉर्टीकल्चर विभाग के अंतर्गत आता है |

प्रश्न- १३ इस पाठ में सरकार के किन-किन विभागों की चर्चा की गई है और पाठ से उनके कार्य के बारे में क्या अंदाजा मिलता है ?

उत्तर- प्रस्तुत पाठ में उल्लेखित सरकार के विभागों और उनके कार्य निम्नलिखित हैं ---

• कृषि विभाग - इस विभाग का कार्य कृषि संबंधी मामलों की देखरेख करना है |
• व्यापार विभाग - इसका कार्य देश में होने वाले व्यापार से संबंधित है |
• हॉर्टीकल्चर विभाग - यह विभाग बागवानी तथा उनके रख-रखाव से संबंधित है |
• कल्चरल विभाग - इसका अर्थ है सांस्कृतिक विभाग, जो कला तथा संस्कृति के विकास सबंधी कार्य करता है |
• फ़ॉरेस्ट विभाग या वन विभाग - यह विभाग वनों तथा वन्य-प्राणियों के सुरक्षा हेतु कार्य करता है |
• विदेश विभाग - यह विभाग अंतर्राष्ट्रीय संबधों को मजबूत बनाने तथा उससे संबंधित नीतियों के कार्यान्वयन में सहायता करता है |

प्रश्न- १४ कहानी में दो प्रसंग ऐसे हैं, जहाँ लोग पेड़ के नीचे दबे आदमी को निकालने के लिए कटिबद्ध होते हैं |  ऐसा कब-कब होता है और लोगों का यह संकल्प दोनों बार किस-किस वजह से भंग होता है ?

उत्तर- प्रस्तुत पाठ के अनुसार, जब मालूम पड़ता है कि जामुन के पेड़ के नीचे एक आदमी दब गया है, तब चंद क्लर्कों ने कानून की फ़िकर किए बिना पेड़ हटाकर उसे बाहर निकालने के लिए आगे बढ़ते हैं, तभी सुपरिंटेंडेंट आकर बोल पड़ता है कि यह पेड़ कृषि विभाग के अधीन आता है तथा उनकी आज्ञा के बिना हम इसे नहीं हटा सकते |

जब फ़ॉरेस्ट विभाग के कर्मचारी आरी-कुल्हाड़ी लेकर पेड़ काटने को तैयार हो जाते हैं, तभी विदेश विभाग से सूचना आता है कि पेड़ को नहीं काटा जा सकता, क्योंकि यह पेड़ पोटानिया राज्य के प्रधानमंत्री ने लगाया था | पेड़ काटने से दो राज्यों के आपसी संबंध ख़राब हो सकते हैं और उनके द्वारा मिलने वाली सहायता भी खत्म हो सकती है |

प्रश्न- १५ यह कहना कहाँ तक युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य के साथ-साथ करूणा की भी अंतर्धारा है |  अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें |

उत्तर- जी बिल्कुल, यह कहना युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य के साथ-साथ करूणा की भी अंतर्धारा है | कहानी के प्रारंभ में जब जामुन का पेड़ धराशायी हो जाता है, तब लोगों को उस पेड़ के फल दिखाई देते हैं, जबकि उसी पेड़ के बोझ तले दबकर एक आदमी कराह रहा होता है, उसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता | उक्त प्रसंग वाकई हास्य और करूणा दोनों का एहसास कराता है | लोग आदमी को समय पर बचाने के बजाय पेड़ से संबंधित औपचारिकताओं को पूरा करने में व्यस्तता जाहिर करते रहते हैं | परिणामस्वरूप, अंत में आदमी की मृत्यु हो जाती है |

प्रश्न- १६ नीचे दिए गए अंग्रेज़ी शब्दों के हिंदी प्रयोग लिखिए ---

अर्जेंट, फ़ॉरेस्ट, डिपार्टमेंट, मेंबर, डिप्टी सेक्रेटरी, चीफ़ सेक्रेटरी, मिनिस्टर, अंडर सेक्रेटरी, हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट

उत्तर- अंग्रेज़ी शब्दों के हिंदी प्रयोग -

• अर्जेंट - अति आवश्यक, बहुत ज़रूरी
• फॉरेस्ट डिपार्टमेंट - वन विभाग
• मेंबर - सदस्य
• डिप्टी सेक्रेटरी - उप-सचिव
• मिनिस्टर - मंत्री
• अंडर सेक्रेटरी - अवर-सचिव
• हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट - उद्यान कृषि-विभाग
• एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट - कृषि-विभाग


जामुन का पेड़ पाठ का शब्दार्थ

• ताज्जुब - आश्चर्य
• तग़ाफुल - देर, उपेक्षा
• झक्कड़ - आँधी
• रुआँसा - रोनी सूरत
• एग्रीकल्चर - कृषि
• हॉर्टीकल्चर - उद्यान कृषि |






विडियो के रूप में देखें :- 




keywords ;
जामुन का पेड़ कहानी का उद्देश्य
जामुन का पेड़ कहानी का सारांश
जामुन का पेड़ सारांश
जामुन का पेड़ कहानी ka saransh
जामुन का पेड़ कृष्ण चंदर
जामुन का पेड़ kahani
जामुन की खेती
जामुन का पेड़ समरी इन हिंदी
jamun ka ped krishan chander
jamun ka ped full story
jamun ka ped writer
jamun ka ped saransh
jamun ka ped in hindi pdf
jamun ka ped questions
jamun ka ped in english
jamun ka ped author

COMMENTS

Leave a Reply: 2
  1. बेनामीजून 17, 2019 1:30 pm

    |-पूर्ण विराम
    .-Full Stop
    पूर्ण विराम keyboard मे symbols मे मिल जाता है।

    जवाब देंहटाएं
  2. Last me file kiske pass pahuchee

    जवाब देंहटाएं
आपकी मूल्यवान टिप्पणियाँ हमें उत्साह और सबल प्रदान करती हैं, आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है !
टिप्पणी के सामान्य नियम -
१. अपनी टिप्पणी में सभ्य भाषा का प्रयोग करें .
२. किसी की भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी न करें .
३. अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .

नाम

अंग्रेज़ी हिन्दी शब्दकोश,3,अकबर इलाहाबादी,11,अकबर बीरबल के किस्से,62,अज्ञेय,34,अटल बिहारी वाजपेयी,1,अदम गोंडवी,3,अनंतमूर्ति,3,अनौपचारिक पत्र,16,अन्तोन चेख़व,2,अमीर खुसरो,7,अमृत राय,1,अमृतलाल नागर,1,अमृता प्रीतम,5,अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध",6,अली सरदार जाफ़री,3,अष्टछाप,3,असगर वज़ाहत,11,आनंदमठ,4,आरती,11,आर्थिक लेख,7,आषाढ़ का एक दिन,17,इक़बाल,2,इब्ने इंशा,27,इस्मत चुगताई,3,उपेन्द्रनाथ अश्क,1,उर्दू साहित्‍य,179,उर्दू हिंदी शब्दकोश,1,उषा प्रियंवदा,2,एकांकी संचय,7,औपचारिक पत्र,32,कक्षा 10 हिन्दी स्पर्श भाग 2,17,कबीर के दोहे,19,कबीर के पद,1,कबीरदास,15,कमलेश्वर,6,कविता,1406,कहानी लेखन हिंदी,12,कहानी सुनो,2,काका हाथरसी,4,कामायनी,5,काव्य मंजरी,11,काव्यशास्त्र,4,काशीनाथ सिंह,1,कुंज वीथि,12,कुँवर नारायण,1,कुबेरनाथ राय,2,कुर्रतुल-ऐन-हैदर,1,कृष्णा सोबती,2,केदारनाथ अग्रवाल,3,केशवदास,4,कैफ़ी आज़मी,4,क्षेत्रपाल शर्मा,52,खलील जिब्रान,3,ग़ज़ल,138,गजानन माधव "मुक्तिबोध",14,गीतांजलि,1,गोदान,6,गोपाल सिंह नेपाली,1,गोपालदास नीरज,10,गोरख पाण्डेय,3,गोरा,2,घनानंद,2,चन्द्रधर शर्मा गुलेरी,2,चमरासुर उपन्यास,7,चाणक्य नीति,5,चित्र शृंखला,1,चुटकुले जोक्स,15,छायावाद,6,जगदीश्वर चतुर्वेदी,17,जयशंकर प्रसाद,29,जातक कथाएँ,10,जीवन परिचय,68,ज़ेन कहानियाँ,2,जैनेन्द्र कुमार,4,जोश मलीहाबादी,2,ज़ौक़,4,तुलसीदास,25,तेलानीराम के किस्से,7,त्रिलोचन,3,दाग़ देहलवी,5,दादी माँ की कहानियाँ,1,दुष्यंत कुमार,7,देव,1,देवी नागरानी,23,धर्मवीर भारती,6,नज़ीर अकबराबादी,3,नव कहानी,2,नवगीत,1,नागार्जुन,23,नाटक,1,निराला,35,निर्मल वर्मा,2,निर्मला,38,नेत्रा देशपाण्डेय,3,पंचतंत्र की कहानियां,42,पत्र लेखन,173,परशुराम की प्रतीक्षा,3,पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र',4,पाण्डेय बेचन शर्मा,1,पुस्तक समीक्षा,133,प्रयोजनमूलक हिंदी,21,प्रेमचंद,39,प्रेमचंद की कहानियाँ,91,प्रेरक कहानी,16,फणीश्वर नाथ रेणु,3,फ़िराक़ गोरखपुरी,9,फ़ैज़ अहमद फ़ैज़,24,बच्चों की कहानियां,86,बदीउज़्ज़माँ,1,बहादुर शाह ज़फ़र,6,बाल कहानियाँ,14,बाल दिवस,3,बालकृष्ण शर्मा 'नवीन',1,बिहारी,5,बैताल पचीसी,2,बोधिसत्व,6,भक्ति साहित्य,138,भगवतीचरण वर्मा,7,भवानीप्रसाद मिश्र,3,भारतीय कहानियाँ,61,भारतीय व्यंग्य चित्रकार,7,भारतीय शिक्षा का इतिहास,3,भारतेन्दु हरिश्चन्द्र,10,भाषा विज्ञान,13,भीष्म साहनी,7,भैरव प्रसाद गुप्त,2,मंगल ज्ञानानुभाव,22,मजरूह सुल्तानपुरी,1,मधुशाला,7,मनोज सिंह,16,मन्नू भंडारी,5,मलिक मुहम्मद जायसी,4,महादेवी वर्मा,18,महावीरप्रसाद द्विवेदी,2,महीप सिंह,1,महेंद्र भटनागर,73,माखनलाल चतुर्वेदी,3,मिर्ज़ा गालिब,39,मीर तक़ी 'मीर',20,मीरा बाई के पद,22,मुल्ला नसरुद्दीन,6,मुहावरे,4,मैथिलीशरण गुप्त,10,मैला आँचल,4,मोहन राकेश,11,यशपाल,13,रंगराज अयंगर,43,रघुवीर सहाय,5,रणजीत कुमार,29,रवीन्द्रनाथ ठाकुर,22,रसखान,11,रांगेय राघव,2,राजकमल चौधरी,1,राजनीतिक लेख,20,राजभाषा हिंदी,66,राजिन्दर सिंह बेदी,1,राजीव कुमार थेपड़ा,4,रामचंद्र शुक्ल,2,रामधारी सिंह दिनकर,25,रामप्रसाद 'बिस्मिल',1,रामविलास शर्मा,8,राही मासूम रजा,8,राहुल सांकृत्यायन,1,रीतिकाल,3,रैदास,2,लघु कथा,117,लोकगीत,1,वरदान,11,विचार मंथन,60,विज्ञान,1,विदेशी कहानियाँ,33,विद्यापति,6,विविध जानकारी,1,विष्णु प्रभाकर,1,वृंदावनलाल वर्मा,1,वैज्ञानिक लेख,7,शमशेर बहादुर सिंह,5,शमोएल अहमद,5,शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय,1,शरद जोशी,3,शिक्षाशास्त्र,6,शिवमंगल सिंह सुमन,5,शुभकामना,1,शेख चिल्ली की कहानी,1,शैक्षणिक लेख,50,शैलेश मटियानी,2,श्यामसुन्दर दास,1,श्रीकांत वर्मा,1,श्रीलाल शुक्ल,1,संयुक्त राष्ट्र संघ,1,संस्मरण,27,सआदत हसन मंटो,9,सतरंगी बातें,33,सन्देश,38,समसामयिक हिंदी लेख,220,समीक्षा,1,सर्वेश्वरदयाल सक्सेना,19,सारा आकाश,17,साहित्य सागर,22,साहित्यिक लेख,68,साहिर लुधियानवी,5,सिंह और सियार,1,सुदर्शन,3,सुदामा पाण्डेय "धूमिल",9,सुभद्राकुमारी चौहान,7,सुमित्रानंदन पन्त,20,सूरदास,14,सूरदास के पद,21,स्त्री विमर्श,10,हजारी प्रसाद द्विवेदी,2,हरिवंशराय बच्चन,28,हरिशंकर परसाई,24,हिंदी कथाकार,12,हिंदी निबंध,339,हिंदी लेख,503,हिंदी व्यंग्य लेख,2,हिंदी समाचार,164,हिंदीकुंज सहयोग,1,हिन्दी,7,हिन्दी टूल,4,हिन्दी आलोचक,7,हिन्दी कहानी,32,हिन्दी गद्यकार,4,हिन्दी दिवस,85,हिन्दी वर्णमाला,3,हिन्दी व्याकरण,45,हिन्दी संख्याएँ,1,हिन्दी साहित्य,9,हिन्दी साहित्य का इतिहास,21,हिन्दीकुंज विडियो,11,aaroh bhag 2,14,astrology,1,Attaullah Khan,2,baccho ke liye hindi kavita,70,Beauty Tips Hindi,3,bhasha-vigyan,1,Class 10 Hindi Kritika कृतिका Bhag 2,5,Class 11 Hindi Antral NCERT Solution,3,Class 9 Hindi Kshitij क्षितिज भाग 1,17,Class 9 Hindi Sparsh,15,English Grammar in Hindi,3,formal-letter-in-hindi-format,143,Godan by Premchand,6,hindi ebooks,5,Hindi Ekanki,18,hindi essay,331,hindi grammar,52,Hindi Sahitya Ka Itihas,94,hindi stories,656,hindi-kavita-ki-vyakhya,15,ICSE Hindi Gadya Sankalan,11,icse-bhasha-sanchay-8-solutions,18,informal-letter-in-hindi-format,59,jyotish-astrology,12,kavyagat-visheshta,22,Kshitij Bhag 2,10,lok-sabha-in-hindi,18,love-letter-hindi,3,mb,72,motivational books,10,naya raasta icse,9,NCERT Class 10 Hindi Sanchayan संचयन Bhag 2,3,NCERT Class 11 Hindi Aroh आरोह भाग-1,20,ncert class 6 hindi vasant bhag 1,14,NCERT Class 9 Hindi Kritika कृतिका Bhag 1,5,NCERT Hindi Rimjhim Class 2,13,NCERT Rimjhim Class 4,14,ncert rimjhim class 5,19,NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva,12,NCERT Solutions Class 8 Hindi Durva,17,NCERT Solutions for Class 11 Hindi Vitan वितान भाग 1,3,NCERT Solutions for class 12 Humanities Hindi Antral Bhag 2,4,NCERT Solutions Hindi Class 11 Antra Bhag 1,19,NCERT Vasant Bhag 3 For Class 8,12,NCERT/CBSE Class 9 Hindi book Sanchayan,6,Nootan Gunjan Hindi Pathmala Class 8,18,Notifications,5,nutan-gunjan-hindi-pathmala-6-solutions,17,nutan-gunjan-hindi-pathmala-7-solutions,18,political-science-notes-hindi,1,question paper,19,quizzes,8,Rimjhim Class 3,14,Sankshipt Budhcharit,5,Shayari In Hindi,16,sponsored news,3,Syllabus,7,top-classic-hindi-stories,32,UP Board Class 10 Hindi,4,Vasant Bhag - 2 Textbook In Hindi For Class - 7,11,vitaan-hindi-pathmala-8-solutions,16,VITAN BHAG-2,5,vocabulary,19,
ltr
item
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika: जामुन का पेड़
जामुन का पेड़
जामुन का पेड़ कहानी का उद्देश्य जामुन का पेड़ कहानी का सारांश जामुन का पेड़ सारांश जामुन का पेड़ कहानी ka saransh जामुन का पेड़ कृष्ण चंदर जामुन का पेड़ kahani जामुन की खेती जामुन का पेड़ समरी इन हिंदी jamun ka ped krishan chander jamun ka ped full story jamun ka ped writer jamun ka ped saransh jamun ka ped in hindi pdf jamun ka ped questions jamun ka ped in english jamun ka ped author
https://i.ytimg.com/vi/Hom4vNTInSQ/hqdefault.jpg
https://i.ytimg.com/vi/Hom4vNTInSQ/default.jpg
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika
https://www.hindikunj.com/2017/07/jamun-ka-ped.html
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/2017/07/jamun-ka-ped.html
true
6755820785026826471
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy बिषय - तालिका